नई दिल्ली : पांच मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के संवाद के तीसरे संस्करण में अफगानिस्तान की स्थिति, संपर्क तथा विकास केंद्रित सहयोग को बढ़ावा देने पर रविवार को मुख्य जोर रहेगा.
वार्ता से एक दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अतिथि विदेश मंत्रियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया. उनके सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
जयशंकर ने ट्वीट किया, 'हमारी वार्ता से पहले मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के स्वागत में रात्रिभोज की मेजबानी की. सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारी निकटता की एक और याद दिलाता है.' वार्ता में कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान के विदेश मंत्री शामिल हो रहे हैं.
पिछले कुछ वर्षों में, भारत ऊर्जा संपन्न मध्य एशियाई देशों को अपने विस्तारित पड़ोस का हिस्सा मानते हुए उनके साथ समग्र सहयोग का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने पश्चिम एशियाई देशों के महत्व को मजबूत किया. इनमें से तीन देश ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान युद्धग्रस्त राष्ट्र अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करते हैं.