काबुल : कुंदुज शहर में बुधवार को तालिबान के हमले का सिलसिला थमने के साथ ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Afghanistan's President Ashraf Ghani ) ने सेना प्रमुख जनरल वली अहमदजई (General Wali Ahmadzai ) की जगह जनरल हिबतुल्लाह अलीजाई (General Hibatullah Alizai) को नियुक्त किया. जून में नियुक्त हुए जनरल वली अहमदजई ने तालिबान के तेजी से बढ़ने के कारण पिछले महीने नई दिल्ली की अपनी यात्रा रद्द कर दी थी.
चौंकाने वाला कदम उन रिपोर्टों से प्रेरित हो सकता है, जिनमें कहा गया है कि अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल (Afghan National Defense and Security Forces) या नियमित अफगानिस्तान सरकार के सैनिक (Afghanistan government troops) काफी लड़ाई नहीं कर रहे थे और सैकड़ों ने तालिबान में शामिल होने के लिए अपने हथियारों के साथ अपने रैंकों को छोड़ दिया था. बुधवार को जब तालिबान ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कुंदुज हवाईअड्डे (Kunduz airport) पर कब्जा कर लिया.
कुंदुज युद्ध के दौरान तालिबान के हाथों में पड़ने वाले युद्ध जैसे उपकरणों में अफगानिस्तान वायु सेना से संबंधित एक एम -35 हेलीकॉप्टर (M-35 helicopter ) था जिसे भारत ने उपहार में दिया था.
अब तक भारत ने अफगानिस्तान को चार हेलीकॉप्टर उपहार में दिए हैं, इसके अलावा अन्य सैन्य मदद की पेशकश की है, जिसमें अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल (ANDSF) अधिकारियों और पुरुषों के प्रशिक्षण शामिल हैं.
भारत से सैन्य हवाई संपत्ति, पुर्जे और संबंधित उपकरण ANDSF की इच्छा-सूची में सबसे ऊपर हैं.