चंडीगढ़: पंजाब के महाधिवक्ता विनोद घई अवैध संबंधों के गंभीर आरोपों में घिरे नजर आ रहे हैं. विनोद घई से जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के बाद विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने भी इसे गंभीरता से लिया है. बाजवा ने नियमित पत्र लिखकर राज्यपाल से मांग की है कि घई को अविलंब पद से बर्खास्त किया जाए. उन्होंने राज्यपाल को लिखे पत्र में इस संबंध में सारी जानकारी भी दी है.
दरअसल, दिल्ली में रहने वाली एक लड़की ने एक वीडियो जारी कर महाधिवक्ता विनोद घई पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़की ने कहा कि घई के साथ उसकी ननद के अवैध संबंध हैं और इस वजह से उसके पिता की जान को खतरा है. घई पर हैरेसमेंट का भी आरोप है. लड़की ने कहा कि घई के दबाव में उसकी बहन कोई गलत कदम उठा सकती है और किसी बड़े सरकारी पद से सेवानिवृत्त उसके पिता भी आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं.
विधायक बाजवा का राज्यपाल को पत्र आधे घंटे के इस वीडियो में बच्ची के और भी कई आरोप हैं. इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के राज्यपाल को पत्र भी लिखा है. दूसरी तरफ ऐसी भी अफवाहें हैं कि घई के हाथ से महाधिवक्ता जैसे अहम पद की जिम्मेदारी भी फिसल सकती है. बात करें बाजवा की चिट्ठी की तो उन्होंने घई को लेकर यूट्यूब पर सामने आए वीडियो को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. बाजवा ने कहा कि इस वीडियो में महिला वकील ने खुलासा किया है और उन्होंने अपने निजी मामले की ओर लोगों का ध्यान खींचकर न्याय मांगा है. बाजवा ने कहा कि अगर आरोप सही हैं तो वे माफी के लायक नहीं हैं.
विधायक बाजवा का राज्यपाल को पत्र साथ ही प्रताप बाजवा ने यह भी कहा है कि इस वीडियो के वायरल होने से लड़की के परिवार को पुलिस और महाधिवक्ता से भी खतरा हो सकता है. परिवार को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजा जा सकता है. हालांकि, मामले को साबित करने के लिए लड़की ने वीडियो के स्क्रीनशॉट, ऑडियो और वीडियो क्लिप भी दिखाए हैं. प्रताप बाजवा ने कहा कि सरकार लोगों के लिए काम करने के बजाय झूठे मामलों में फंसाकर लोगों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि वीडियो के तथ्यों के आधार पर परिवार को न्याय मिलना चाहिए. वहीं, इस मामले में अभी तक विनोद घई की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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