नई दिल्ली : कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर शनिवार को ट्वीट किया कि 'जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है.' हालांकि इस ट्वीट के बाद उन्होंने साफ किया कि यह ट्वीट उनके अकाउंट को हैक कर किया गया है. इस संबंध में उन्होंने साउथ एवेन्यू पुलिस स्टेशन नई दिल्ली में शिकायत भी दर्ज कराई है. मगर जब तक अधीर रंजन अपनी सफाई पेश करते, तब तक राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया. बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अधीर रंजन चौधरी के ट्वीट की आलोचना की. इसी बहाने उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के केरोसिन वाले बयान को भी इस ट्वीट से जोड़ दिया. इसके बाद पंजाब के राजनीतिक दलों ने भी कांग्रेस पार्टी की घेराबंदी शुरू कर दी.
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट किया कि राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर जो लिखा गया, वह बेहद शर्मनाक और दुखद था. नेहरू और गांधी परिवार अभी भी सिखों से नफरत करते हैं. इस तरह की बातें कांग्रेस की मानसिकता को स्पष्ट रूप से दिखाती हैं. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस को चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए. वे नफरत फैला रहे हैं.
पंजाब लोक कांग्रेस के नेता प्रीतपाल बालीवाल ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पूछा कि क्या राजीव गांधी को सम्मानित करने के लिए सिखों के जख्मों को हरा करना जरूरी है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग को जवाब देना चाहिए कि वह चौधरी से सहमत हैं या नहीं, जो हजारों बेकसूर सिखों के कत्लेआम को जायज ठहरा रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल के नेता परमबंस सिंह बंटी रोमाना ने ट्वीट किया कि वह गांधी परिवार के इतिहास में सिखों के सबसे बड़े नरसंहार को कभी नहीं भूलेंगे. इस मुद्दे को उजागर करने के लिए कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को धन्यवाद, यह दिखाता है कि आप कितने बीमार हैं.