कोलकाता :पश्चिम बंगाल में बदलते मौसम के चलते बच्चों में ( Adenovirus ) एडेनोवायरस खतरनाक रूप लेता नजर आ रहा है. हालांकि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को एडेनोवायरस से प्रभावित होने वाले बच्चों की मौतों का निश्चित आंकड़ा संकलित करना बाकी है, लेकिन अनौपचारिक अनुमान बताते हैं कि पिछले साल दिसंबर से अब तक दस से अधिक बच्चों की मौत सर्दी और सांस लेने की समस्याओं से हुई है. हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों, विशेष रूप से बाल रोग विशेषज्ञों के लिए एक सलाह जारी की है कि वे फ्लू जैसे लक्षणों के साथ भर्ती होने वाले बच्चों, विशेष रूप से दो साल या उससे कम उम्र के बच्चों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि वे एडेनोवायरस से प्रभावित होने के लिए सबसे कमजोर हैं.
West Bengal health department के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर स्वीकार किया कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान राज्य संचालित अस्पतालों में बाल चिकित्सा देखभाल इकाइयों में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है "इन अस्पतालों में अधिकांश Child care units पहले से ही भरे हुए हैं. वहां वेंटिलेटर लगभग 100 प्रतिशत भरे हुए हैं. निजी अस्पतालों और नसिर्ंग होम से बाल चिकित्सा बाल देखभाल इकाइयों में प्रवेश की इसी तरह की भीड़ की सूचना मिली है."