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कोरोना संकट : देश को लॉकडाउन से बचाना है- पीएम मोदी

भारत में कोरोना संकट के मद्देनजर स्थिति गंभीर होती जा रही है. इसको लेकर पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया उन्होंने राज्यों से कहा कि लॉकडाउन को अंतिम विकल्प रखा जाए.

कोरोना पर पीएम मोदी का संबोधन
कोरोना पर पीएम मोदी का संबोधन

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Published : Apr 20, 2021, 8:24 PM IST

Updated : Apr 20, 2021, 10:24 PM IST

नई दिल्ली : भारत में कोरोना संकट गहराता दिख रहा है. पीएम मोदी कोरोना के हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है. मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें. लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है. माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है.

पीएम मोदी का संबोधन

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आ गई. जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे ऐहसास है.

उन्होंने कहा, जिन लोगों ने बीते दिनो में अपनो को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ़ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं. चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, हौसले और तैयारी के साथ इसको पार करना है.

ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं. राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है.

पीएम मोदी का संबोधन

पीएम मोदी ने कहा, कल ही वैक्सीनेशन को लेकर एक और अहम फैसला लिया गया है. एक मई के बाद से, 18 वर्ष के ऊपर के किसी भी व्यक्ति को वैक्सीनेट किया जा सकेगा. अब भारत में जो वैक्सीन बनेगी, उसका आधा हिस्सा सीधे राज्यों और अस्पतालों को भी मिलेगा. टीकाकरण के पहले चरण से, हमने अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए जोर दिया है. भारत में सबसे तेज 10 करोड़, 11 करोड़ और 12 करोड़ वैक्सीन की खुराक दी गई है.

हम सभी का प्रयास, जीवन बचाने के लिए है, प्रयास ये भी है कि आर्थिक गतिविधियां और आजीविका कम से कम प्रभावित हों. वैक्सीनेशन को 18 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों के लिए शुरू करने से शहरों में जो हमारी वर्कफोर्स है, उसे तेजी से वैक्सीन उपलब्ध होगी.

उन्होंने कहा, मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा बनाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें. राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा.

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गौरतलब है कि भारत में लगातार रिकॉर्ड संख्या में कोरोना के मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं. कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए झारखंड में टोटल लॉकडाउन लागू किया गया है. राज्य में 22 से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू रहेगा. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी पाबंदियां लगाई गई हैं.

बता दें कि देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,59,170 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,53,21,089 हुई. 1,761 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,80,530 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 20,31,977 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,31,08,582 है.

Last Updated : Apr 20, 2021, 10:24 PM IST

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