मुंबई : लाउडस्पीकर विवाद पर पूछे गए सवाल का जवाब अभिनेता रजा मुराद ने अपने ही अंदाज में दिया. पहले तो उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर विवाद का इससे बेहतर जवाब क्या हो सकता है कि भरत जी ने 27वें रोजे के दिन रोजे का एहतराम किया. इफ्तार के मुबारक मौके पर लोगों को बुलाया. गैर मुस्लिम होते हुए भी भरत सोनवणे के बुलाने पर मुस्लिम और तमाम धर्मों के लोग यहां आए. यही जवाब है लाउडस्पीकर विवाद का. दरअसल, अभिनेता रजा मुराद कल्याण पूर्व में सुखक नाका आरपीआई जिलाध्यक्ष भरत सोनवणे द्वारा आयोजित इफ्तार में शामिल होने आए थे.
रजा मुराद की दुआ... मंदिर गिरे तो रंज मुसलमान को हो - Raza Murad loudspeaker controversy
लाउडस्पीकर विवाद पर पूछे गए सवाल का जवाब अभिनेता रजा मुराद ने अपने ही अंदाज में दिया. पहले तो उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर विवाद का इससे बेहतर जवाब क्या हो सकता है कि भरत जी ने 27वें रोजे के दिन रोजे का एहतराम किया. इफ्तार के मुबारक मौके पर लोगों को बुलाया.
पढ़ें : केरल के वरिष्ठ नेता जॉर्ज को मुस्लिमों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए हिरासत में लिया गया
कार्यक्रम का आयोजन गैर मुस्लिमों ने किया था. इस इफ्तार के आयोजन में मुसलमानों सहित अन्य समुदायों के भाइयों ने भाग लिया. इस मौके पर जब रजा मुराद से लाउडस्पीकर विवाद पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह आयोजन ही आपके सवाल का जवाब है. उन्होंने कहा कि मुसलमान होली और दिवाली मनाएं. गैर मुस्लिम ईद की सेवइयां खाने हमारे घर आएं. यही को हिन्दुस्तान है. राष्ट्रीय एकता है. इस मौके पर उन्होंने दुआ के तौर पर एक शेर भी पढ़ा... ऐ काश अपने मुल्क में ऐसी फिजा बने, मंदिर गिरे तो रंज मुसलमान को हो/ पामाल हो ना पाये मस्जिदों की आबरू ये फिक्र मंदिरों के निगहबान को भी हो. इस मौके पर पुलिस उपायुक्त सचिन गुंजाल भी मौजूद थे.