नागपुर :नागपुर में कुछ पर्यावरण कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने एक परियोजना के लिए अजनी इलाके में 4930 पेड़ काटे जाने की योजना के खिलाफ शनिवार को शहर में मूक प्रदर्शन किया.
विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर यह विरोध प्रदर्शन किया गया. रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) के संयुक्त उपक्रम के इंटर मॉडल स्टेशन (आईएमएस) के लिए ये पेड़ काटे जाएंगे. नागपुर नगर निगम (एनएमसी) के उद्यान विभाग ने 29 मई को परियोजना के लिए 4930 पेड़ काटे जाने को लेकर अखबार में नोटिस दिया था और सुझाव और आपत्ति मंगाई गई थी.
बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) की नागपुर पीठ में स्वच्छ एसोसिएशन ने पेड़ काटे जाने के खिलाफ याचिका दाखिल की है. याचिकार्ताओं ने अनुरोध किया है कि एनएचएआई को परियोजना के लिए पहले पर्यावरण मंजूरी लेनी चाहिए.
'सेव अजनी वन' (Save Ajni Van) मुहिम से जुड़े पर्यावरण कार्यकर्ता कुणाल मौर्य ने बताया कि पिछले साल दिसंबर से इस अभियान के खिलाफ मूक प्रदर्शन, चिपको आंदोलन और हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. कार्यकर्ता जयदीप दास ने कहा कि आज नागपुर के लिए काला पर्यावरण दिवस है, क्योंकि हम पेड़ गंवा रहे हैं. आईएमएस परियोजना को स्थानांतरित किए जाने की जरूरत है.
विश्व पर्यावरण दिवस : नागपुर के लिए 'काला दिवस', जानें क्या है मामला
नागपुर में पर्यावरण कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने अजनी इलाके में 4930 पेड़ काटे जाने की योजना के खिलाफ शनिवार को शहर में मूक प्रदर्शन किया.
विश्व पर्यावरण दिवस
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उन्होंने कहा कि पेड़ों को काटे जाने के खिलाफ संविधान चौक पर भी मूक प्रदर्शन आयोजित किया गया. प्रदर्शन के दौरान कोविड-19 के निर्देशों का भी पालन किया गया.
(पीटीआई-भाषा)