लातेहार: अंधविश्वास मिटाने को लेकर सरकार के द्वारा भले ही तमाम प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हो, परंतु उसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी नहीं दिख रहा है. लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के भेड़ीगंधार गांव में अंधविश्वास का एक ऐसा ही रूप दिखा जिसने सभ्य समाज को कलंकित कर दिया. यहां एक आदिवासी दंपती पर डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए कुछ ग्रामीणों ने उनका सिर मुंडन कर चूना का टीका लगाकर पूरे गांव में घुमाते हुए उनका शुद्धिकरण किया. मामला शनिवार का है. अधिकारियों ने भी घटना की पुष्टि की है. इस घटना से संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ है. वीडियो की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
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दरअसल, कुछ दिन पहले गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. इसी बीच गांव का एक दंपती शराब के नशे में चूर होकर गांव में हल्ला मचा रहा था और कह रहा था कि उस व्यक्ति को उन लोगों ने ही ओझा गुनी के माध्यम से मार डाला है. इस बात से ग्रामीण नाराज हो गए और बैठक कर निर्णय लिया कि डायन ओझा दंपती का शुद्धीकरण किया जाएगा. इसके बाद दंपती का सिर मुंडन कर उन्हें चुना का टीका लगाया गया. उसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें पूरे गांव में घुमाया. इस दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक विधि विधान से दंपती का शुद्धीकरण भी किया.
मुर्गा, खस्सी लेने के बाद किया गया शुद्धीकरण: इधर पीड़ित दंपती ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति की मौत के बाद लोग यही समझ रहे थे कि उस व्यक्ति को ओझा गुनी कर मारा गया है. इस मामले को लेकर ग्रामीण उन दोनों को पकड़कर गांव के बैगा के पास ले गए. जहां बैगा के द्वारा कहा गया कि मुर्गा और खस्सी देने के बाद शुद्धीकरण किया जाएगा. इस दौरान ग्रामीणों ने दंपती के साथ मारपीट भी की. बाद में मुर्गा और खस्सी देने के पश्चात दोनों के सिर मुंडन कर गांव में घुमाया गया.
सूचना मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस: घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस अधिकारी के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी इस मामले को लेकर जांच आरंभ कर दिए हैं. इधर पीड़ित दंपती को महुआडांड़ थाना बुलाया गया और उनका फर्द बयान दर्ज किया गया. पीड़ित दंपती के बयान के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. थाना प्रभारी ने कहा कि इस घटना में जो भी लोग दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इधर इस संबंध में महुआडांड़ एसडीएम नित निखिल सुरीन ने कहा कि मामले की सूचना प्रशासन को मिली है. इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है.
ग्रामीण क्षेत्रों में फैला है अंधविश्वास: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी अंधविश्वास का प्रकोप काफी अधिक है. ग्रामीण अभी भी ओझा गुनी पर विश्वास करते हैं. हालांकि प्रशासन के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी किया जाता है, लेकिन उसका ज्यादा असर दिखाई नहीं पड़ रहा है. इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी रेस हो गए हैं और मामले में कार्रवाई आरंभ कर दिए हैं.