दिल्ली

delhi

राजस्थानः पाकिस्तानी हैंडलर्स को सामरिक सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार 3 आरोपियों ने पूछताछ में उगले कई राज

राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हैंडलर्स के सम्पर्क में रहने और सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा करने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार (Accused of spying for Pakistan arrested) किया. पूछताछ के दौरान इन तीनों ने कई राज उगले हैं. आरोपियों से मिले मोबाइल फोन की एफएसएल से जांच करवाई गई है. इसके बाद इनसे और भी नई जानकारियां मिलने की संभावना है.

By

Published : Jul 9, 2022, 9:07 PM IST

Published : Jul 9, 2022, 9:07 PM IST

Spying for Pakistan, Three arrested for spying for Pakistan
पाकिस्तानी हैंडलर्स को सामरिक सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार.

जयपुर.राजस्थान इंटेलिजेंस की ओर से प्रदेश के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चुरू जिले में 25 जून से 28 जून तक चलाए गए ऑपरेशन सरहद (Operation Sarhad)के तहत राज्य विशेष शाखा ने जिन तीन पाकिस्तानी जासूसों रामसिंह, अब्दुल सत्तार और नितिन यादव से पूछताछ की, उन्होंने कई राज उगले (Three arrested for spying for Pakistan) हैं.

तीनों आरोपियों ने सामरिक महत्व की अनेक गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हैंडलर तक पहुंचाई जिसकी एवज में उन्हें धनराशि भी उपलब्ध करवाई गई. आरोपियों से बरामद किए गए मोबाइल फोन की जांच भी एफएसएल से करवाई जा रही है, जिसकी रिपोर्ट आने पर और भी कई खुलासे होने की संभावना है. फिलहाल तीनों आरोपी अभी न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं जिन्हें एफएसएल की जांच रिपोर्ट आने के बाद फिर से रिमांड पर लेकर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.

पढ़ें:Spying for Pakistan : पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले सेना के जवान से पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे, 7 जून तक भेजा गया जेल

23 संदिग्धों में से 3 लोगों को किया गिरफ्तार:डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि इन जिलों में चलाए गए ऑपरेशन सरहद के तहत कुल 23 संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई थी. जिसके बाद तीन आरोपियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हैंडलर्स से लगातार संपर्क में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. प्रकरण में राज्य विशेष शाखा ने कार्रवाई करते हुए हनुमानगढ़ से अब्दुल सत्तार, श्रीगंगानगर से नितिन यादव और चूरू से रामसिंह को गिरफ्तार किया.

पढ़ें:Spying for Pakistan : पाक के लिए जासूसी करने वाले युवक को किशनगढ़ लेकर पहुंची IB, पूछताछ में हुआ ये खुलासा...

तीनों ही आरोपी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से लगातार संपर्क में थे और तीनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को सामरिक महत्व की संवेदनशील सूचनाएं उपलब्ध करवा रहे थे. तीनों ही आरोपियों ने संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को उपलब्ध कराने की एवज में धनराशि भी प्राप्त की जो उन्हें उनके अकाउंट में भेजी गई. प्रकरण में कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों के बैंक खातों को सीज किया है. साथ ही ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर भी जांच की जा रही है.

  • हनुमानगढ़ से गिरफ्तार किया गया अब्दुल सत्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के स्थानीय एजेंट के रूप में पिछले कई वर्षों से काम कर रहा था और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों की फोटो उन्हें साझा कर रहा था. आरोपी वर्ष 2010 से नियमित रूप से पाकिस्तान की यात्राएं कर रहा है और पाकिस्तान यात्रा के दौरान ही वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आया. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में आने के बाद ही आरोपी ने उन्हें सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराने का काम शुरू किया.
  • इसी तरह से श्रीगंगानगर जिले से गिरफ्तार किया गया नितिन यादव सूरतगढ़ के पास छावनी क्षेत्र में फल, सब्जी आदि की सफाई करने का काम किया करता है. आरोपी का प्रतिबंध क्षेत्र में लगातार आना-जाना रहता है. इसी दौरान एक पाकिस्तानी महिला एजेंट ने उसे हनीट्रैप में फंसा कर सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा करने के लिए कहा. हनीट्रैप में फंसने के बाद नितिन ने प्रतिबंधित क्षेत्र की तस्वीरें व अन्य सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तानी महिला एजेंट के साथ शेयर करना शुरू कर दिया. इसके बदले में उसे धनराशि भी पाकिस्तानी एजेंसी की ओर से उपलब्ध करवाई गई.

पढ़ें:ISI के लिए सेना की जासूसी करने वाले आफताब को पांच साल की सजा

  • बाड़मेर जिले से गिरफ्तार किया गया राम सिंह विकास ट्रेडर्स नाम की एक फैक्ट्री में काम करता है. जो सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया और उसने रुपयों के लालच में आकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बॉर्डर आउट पोस्ट और सीमावर्ती क्षेत्र की सामरिक महत्व की जानकारी फोटो, वीडियो आदि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को शेयर करना शुरू कर दिया. जिसकी एवज में उसे पाकिस्तान एजेंसी ने धनराशि उपलब्ध करवाई. जब तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनके मोबाइल फोन की जांच की गई तो उसमें कई प्रतिबंधित क्षेत्रों की फोटो, वीडियो व अन्य सामरिक महत्व की जानकारी मौजूद पाई गई. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हैंडलर्स को वह जानकारी साझा करने के सबूत भी मिले. इस पूरे प्रकरण में आरोपियों के साथ अन्य और कौन लोग सहयोगी के तौर पर काम कर रहे हैं, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details