लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में पिछले एक साल की उपलब्धियों को गौरव के साथ बताया. इसमें दावा किया कि यूपी में अपराध कम हुआ है. साथ ही ये भी कहा गया कि यूपी में महिलाएं सुरक्षित हैं. लेकिन यूपी पुलिस के दावे सच के धरातल पर फिसड्डी साबित हुए हैं. जी हां, NCW की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूपी में महिलाएं भगवान भरोसे हैं. यूपी महिला अपराध के मामले में देश में सबसे आगे है.
दरअसल, यूपी में महिला सुरक्षा की हालत ऐसी है कि अगर महिलाएं थाने चली जाएं तो बलात्कार के मुकदमे दर्ज करने में पुलिस आना कानी करने लगती है. स्थिति यह है कि अपराध कम होने के नाम पर जो अपराध हो रहे हैं, उन्हें लगातार टालने की मुहीम में पुलिस लगी रहती है. टरकाना या टालना मतलब ये है कि अगर पीड़िता थाने गयी और उसने कहा की वो मुकदमा दर्ज करवाना चाहती है. उसके साथ अपराध हुआ है, तो पुलिस हड़का कर डराकर थाने से विदा कर देती है, और अपराध नहीं दर्ज होता है. इस तरह यूपी की पुलिस अपराध कम करने में लगी हुई है. ये खुलासा हुआ है राष्ट्रीय महिला आयोग की 2021 की रिपोर्ट में. इससे पता चलता है कि महिला अपराधों का पुलिस द्वारा संज्ञान नहीं लेने से, महिला आयोग में शिकायत करने वालों की संख्या बढ़ी है. और इसमें सबसे ज्यादा यूपी से शिकायतें मिली हैं.
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर से लगभग 30864 शिकायतें मिलीं. इसमें 15 हजार से ज्यादा सिर्फ यूपी की हैं. वहीं पिछले साल देश भर से आई 23722 शिकायतों में 11872 यूपी से थी.