कोरिया:कोरिया के रमदहा जलप्रपात पर रविवार को मातम पसर गया (Accident in Korea Ramdaha Falls). एमपी के सिंगरौली से पिकनिक मनाने आए 14 लोगों में से 6 की रमदहा जलप्रपात में डूबने की खबर है. दोपहर करीब 12 बजे यह हादसा हुआ. कुल सात लोग रमदहा झरने में नहाने के लिए उतरे (People came for picnic drowned in Ramdaha Falls) थे. तभी यह हादसा हो गया. बताया जा रहा है कि अचनाक जलस्तर बढ़ा जिसमें सात लोग डूबने लगे. जिसमें से एक युवती को बचाया गया. युवती का नाम सुलेखा सिंह है. जबकि तीन लोगों की लाश मिली है और तीन लोगों की तलाश जारी है. रमदहा जल प्रपात में गोताखोरों की टीम को भी तैनात किया गया है.
रमदहा जलप्रपात में छह लोग डूबे राहत बचाव के बाद तीन लोगों के शव किए गए बरामद
- हिमांशु, उम्र 18 साल, निवासी निगाहीट थाना नवानगर, सिंगरौली ( मध्यप्रदेश )
- रत्नेश सिंह, उम्र 26 साल, जयंत नगर, थाना विंध्यनगर, सिंगरौली (मध्यप्रदेश )
- ऋषभ सिंह, उम्र 24 साल, निवासी साकिन माजनमोड, थाना नवानगर, सिंगरौली ( मध्यप्रदेश )
वहीं रात होने के कारण बचाव कार्य बंद किया गया है. सोमवार सुबह एक बार फिर राहत बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. सिंगरौली पुलिस और प्रशासन परिजनों के साथ लगातार संपर्क में है. पुलिस बल और अन्य संसाधन मौके पर पहुंच चुके हैं. अन्य लापता तीन की तलाश जारी है.
लापता लोगों के नाम
- श्वेता, 22 वर्ष, निवासी निगाही, थाना नवानगर, सिंगरौली ( मध्यप्रदेश )
- श्रद्धा, उम्र 14 साल, निवासी निगाही, थाना नवानगर, सिंगरौली ( मध्यप्रदेश )
- अभय सिंह, उम्र 22 साल, थाना विन्ध्यनगर, सिंगरौली (मध्यप्रदेश )
गांव वालों ने हादसे के बारे में बताया: ग्रामीण शिव कुमार ने बताया कि "हम लोग काम करने आए थे. यहां जब हमने देखा कि झरने के नीचे कुछ लोग डूब रहे थे. जिसे बचाने के लिए हमलोग दौड़े." ग्रामीण गुलशन कुमार ने बताया कि हम लोग यह मंदिर निर्माण के काम में आये थे. 10 से 15 लोग लगभग यहां आये थे. पहले उन लोगों ने खाना खाया फिर खाना खा कर नहाने गये. जहां कुछ देर बाद बचाव की आवाज आने लगी. तभी हम लोग बचाने के लिए दौड़ पड़े."पूर्व सरपंच जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया गया कि स्थानीय प्रशासन ने यहां सुरक्षा की कोई भी व्यवस्था नहीं की है. जिससे इस प्रकार की घटना आज फिर घटी है." इस हादसे के बाद सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर राहत और बचाव के निर्देश दिए हैं. शाम होने की वजह से राहत और बचाव कार्य रोक दिया गया है. सोमवार सुबह दोबारा फिर से राहत और बचाव कार्य किया जाएगा.
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पहले भी हो चुका है हादसा: इससे पहले भी रमदहा जल प्रपात में हादसा हो चुका है. यहां करीब पांच महीने पहले मार्च में तीन युवक की डूबने से मौत हो गई थी. वो लोग भी एमपी के उमरिया के रहने वाले थे. उस वक्त भी पिकनिक मनाने के दौरान हादसा हुआ था.