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Rajasthan : 18.5 लाख की रिश्वत लेते राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सहित 4 गिरफ्तार, भाजपा ने घेरा, डोटासरा ने दी सफाई

राजस्थान एसीबी ने कार्रवाई करते हुए राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत समेत चार आरोपियों को 18.5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया है. वहीं, इस मामले में भाजपा के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. इस पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रतिक्रिया दी है.

Rajasthan tribes welfare board Former chairman
राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत

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Published : Jul 15, 2023, 7:59 PM IST

Updated : Jul 16, 2023, 6:57 AM IST

ACB की कार्रवाई

जयपुर.राजस्थान एसीबी ने रिश्वतखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसीबी की टीम ने सीकर में ट्रैप की कार्रवाई करते हुए राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गोपाल केसावत समेत चार आरोपियों को 18.5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपियों को एसीबी की टीम जयपुर स्थित एसीबी मुख्यालय लेकर पहुंची है. सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. आरपीएससी की ओर से आयोजित अधिशासी अधिकारी भर्ती परीक्षा में पास करवाने के नाम पर रिश्वत राशि मांगी गई थी.

40 लाख रुपए रिश्वत राशि मांगी : एसीबी के आईजी हेमंत प्रियदर्शी के मुताबिक एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर सीकर यूनिट की ओर से पिछले दो दिनों से सीकर और जयपुर में कार्रवाई करते हुए राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत, अनिल कुमार, ब्रह्म प्रकाश और रविंद्र शर्मा को परिवादी से 18.5 लाख रुपए रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. एसीबी की सीकर इकाई को परिवादी की ओर से शिकायत दी गई थी कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित अधिशासी अधिकारी (ईओ) भर्ती परीक्षा में पास करवाने और ओएमआर शीट बदलवाने के नाम पर 40 लाख रुपए रिश्वत राशि मांगकर परेशान किया जा रहा है.

गोपाल केसावत समेत चार आरोपी

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आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने की कार्रवाई : शिकायत पर एसीबी जयपुर के उपमहानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में एसीबी सीकर इकाई के पुलिस उप अधीक्षक राकेश जांगिड़ के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया. शिकायत का सत्यापन होने के बाद 14 जुलाई को सीकर में अनिल कुमार, ब्रह्म प्रकाश को परिवादी से 18.5 लाख रुपए रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. कार्रवाई को गोपनीय रखकर शुक्रवार देर रात को सीकर में रविंद्र शर्मा को 7.5 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. शनिवार को जयपुर में आरोपी गोपाल केसावत को परिवादी से 7.5 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. आईजी हेमंत ने बताया कि जब्त की गई 18.5 लाख रुपए में से ही 7.5 लाख रुपए रविंद्र शर्मा और गोपाल केसावत को पकड़ने के लिए इस्तेमाल में ली गई थी.

एसीबी के आईजी सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. आरोपियों से अभी तक की पूछताछ में आरपीएससी के किसी सदस्य, अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता सामने नहीं आई है. एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा. आरोपियों के आवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी की जा रही है. एडीजी हेमंत प्रियदर्शी के निर्देशन में एडिशनल एसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने साधा निशानाःएसीबी की इस कार्रवाई के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'तस्वीर में राहुल गांधी उस गोपाल केसावत से हाथ मिला रहे हैं, जिसे RAS भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में 18.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है. गोपाल राज्य विमुक्त, घुमंतू एवं अर्धघुमंतू कल्याण बोर्ड का पूर्व चेयरमैन है जिसे राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था. कांग्रेस नीचे से ऊपर तक भ्रष्ट पार्टी है. राजस्थान सरकार राहुल गांधी ऐशो-आराम के लिए जमकर भ्रष्टाचार कर रही है. हाईकमान को जब तक काला पैसा मिलता रहेगा, गहलोत जी की तूती प्रदेश कांग्रेस में बोलती रहेगी'.

गोविंद डोटासरा ने दी प्रतिक्रिया

हमारा और हमारी पार्टी से नहीं उसका कोई संबंध :केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ट्वीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को रोकने में पहले भी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी. आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा को पकड़ा गया, उसके घर की तलाशी भी ली गई. सरकार की मंशा ठीक है, तभी ये हो पाया. गोपाल केसावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और 2018 में उसे कांग्रेस से निकाल दिया गया था. उनसे हमारा या कांग्रेस पार्टी का उससे कोई संबंध नहीं है. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

Last Updated : Jul 16, 2023, 6:57 AM IST

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