चेन्नई :फरार स्वामी नित्यानंद का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. इस पोस्ट में भगौड़े नित्यानंद ने उन सूचनाओं का खंडन किया है जिसमें उनकी मौत की बात कही गई है. पोस्ट में नित्यानंद ने कहा कि मौत की अफवाह फर्जी है. नित्यानंद ने कहा कि मैं जिंदा हूं और 27 डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे हैं. नित्यानंद कई मामलों में वांछित है. लेकिन वह देश छोड़कर एक अलग द्वीप में रह रहा है. उसने उस द्वीप का नाम कैलासा रखा है. वह वहीं से अपने शिष्यों को इंटरनेट के माध्यम से संबोधित करता है.
अचानक कुछ दिन पहले यह अफवाह उड़ी कि खराब तबीयत के कारण नित्यानंद का निधन हो गया. इस अफवाह का जवाब फरार नित्यानंद ने एक फेसबुक पोस्ट से दिया है. नित्यानंद ने लिखा कि मैं मरा नहीं हूं लेकिन मैं समाधि में हूं'. उसने एक बिस्तर पर बैठे हुए एक तस्वीर भी अपलोड की है. उसने लिखा है कि नफरत फैलाने वालों से बचने के लिए मैं समाधी में हूं. मैं अपने शिष्यों को बताना चाहता हूं, मैं समाधि हूं लेकिन मरा नहीं हूं. सत्संग की क्षमता में समय लगेगा' नित्यानंद ने कहा.
उसकी तरफ से साझा की गई जानकारी के मुताबिक वह लोगों, नामों और जगहों की पहचान नहीं कर पा रहा है. इलाज अभी जारी है. 27 डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. उन्होंने अपने हाथ से लिखे नोट की एक तस्वीर और एक फोटो अपलोड की है, यह पोस्ट 11 मई की है. कैलासा की आधिकारिक वेबसाइट दैनिक आधार पर फ़ोटो और वीडियो अपडेट कर रही है, लेकिन माना जाता है कि यह पहले से रिकॉर्डेड फुटेज है. कुछ लोगों का कहना है कि कैलासा आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और नित्यानंद की स्वास्थ्य की जानकारी रहस्य बनी हुई है.