कोलकाता :अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. तृणमूल भवन पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने अभिजीत के टीएमसी में शामिल होने की घोषणा की. टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी ने अभिजीत मुखर्जी को पार्टी का झंडा सौंपा.
टीएमसी में शामिल होने के बाद अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) ने कहा कि ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee) ने जिस तरह बीजेपी की हालिया सांप्रदायिक लहर ( communal wave) को रोका, मुझे विश्वास है कि भविष्य में वह दूसरों दलों के समर्थन से पूरे देश में ऐसा ही कर पाएंगी.
अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में शामिल उन्होंने कहा कि प्राथमिक सदस्यता के अलावा मुझे कांग्रेस पार्टी के किसी समूह या पद में शामिल नहीं किया गया था. इसलिए, मैं एक सैनिक के रूप में टीएमसी में शामिल हुआ हूं और पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम करूंगा. मैं अखंडता और धर्मनिरपेक्षता बनाए रखने के लिए काम करूंगा.
अभिजीत मुखर्जी अपने पिता की सीट जंगीपुर से लोकसभा में दो बार सांसद रहे हैं और पिछले कुछ हफ्तों से टीएमसी नेतृत्व के साथ बातचीत कर रहे थे.
वहीं, अभिजीत मुखर्जी के टीएमसी में शामिल होने पर उनकी बहन बहन शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा SAD.
शर्मिष्ठा मुखर्जी का ट्वीट बता दें कि हाल ही में सम्पन्न हुए चुनाव वाम दलों के साथ मिलकर बंगाल चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस का सफाया हो गया. पार्टी को राज्य में एक भी सीट नहीं मिली. वहीं वाम दल भी कोई सीट न जीत सके.
कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं का एक समूह संगठन के सभी स्तरों पर व्यापक सुधारों के लिए दबाव बना रहा है. यूपी में कांग्रेस का शीर्ष ब्राह्मण चेहरे जितिन प्रसाद हाल ही में भाजपा में शामिल हुए. वह पिछले साल ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने वाले दूसरे हाई-प्रोफाइल राहुल गांधी के सहयोगी हैं.
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यूपीए के पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही मुखर्जी कांग्रेस से अलग होने की अफवाहें तेज हो गईं थी. हालांकि बंगाल चुनाव के दौरान पूर्व लोकसभा सांसद और कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष मुखर्जी के हवाले से कहा गया, 'मैं कांग्रेस में हूं और यह खबर सही नहीं है कि मैं तृणमूल या किसी अन्य पार्टी में शामिल हो रहा हूं.'
वहीं दूसरी ओर टीएमसी में नेताओं की आना लगातार जारी है. इनसे पहले मुकुल रॉय, बेटे शुभ्रांशु के साथ भाजपा छोड़ कर अपनी मूल पार्टी तृणमूल में लौट आए.