नई दिल्ली/बीजापुर : नक्सलियों ने लापता जवान राकेश्वर सिंह मनहास को छोड़ दिया है. सूत्रों ने 'ईटीवी भारत' को यह जानकारी दी. कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास को बीजापुर लाया गया.
बीजापुर के एसपी का कहना है कि 'जैसे ही हमें पता चला कि हमारा एक जवान नक्सलियों के कब्जें में हैं, उसी वक्त हमने उन्हें छुड़ाने के प्रयास शुरू कर दिए थे. अभी डॉक्टर राकेश्वर सिंह मन्हास की चिकित्सा जांच कर रहे हैं.'
कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास रिहा उधर, बीजापुर हमले के दौरान नक्सलियों द्वारा अगवा किए गए कोबरा जवान को छोड़े जाने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है.
सुनिए जवान की पत्नी मीनू ने क्या कहा सीआरपीएफ के कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास की पत्नी मीनू मनहास ने कहा, 'मैं भगवान का, केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार का, मीडिया और सेना का धन्यवाद करती हूं. आज मेरी जिन्दगी में सबसे खुशी का दिन है.'
राकेश्वर सिंह मनहास की मां कुंती देवी ने कहा कि 'हम बहुत ज्यादा खुश हैं, जो हमारे बेटे को छोड़ रहे हैं उनका भी धन्यवाद करती हूं. भगवान का भी धन्यवाद करती हूं, जब सरकार की बात हो रही थी तो मुझे थोड़ा भरोसा तो था परन्तु विश्वास नहीं हो रहा था.'
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों पर हमला कर नक्सलियों ने राकेश्वर सिंह मनहास को बंधक बना लिया था. इस हमले में 22 सुरक्षा कर्मियों की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी और कई कर्मी घायल हो गए थे.
बता दें कि तीन अप्रैल को तर्रेम के जंगलों में हुई नक्सली मुठभेड़ के बाद से राकेश्वर लापता थे. छह अप्रैल को प्रेस नोट जारी करके नक्सलियों ने लापता जवान को अपने कब्जे में होने की बात कही थी.
राकेश्वर सिंह मनहास कोबरा बटालियन के जवान हैं. वे जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. उनका परिवार लगातार सरकार से अपील कर रहा था कि उसे सुरक्षित वापस लाया जाए.
रिहाई का वीडियो आया सामने
उधर, नक्सलियों के चंगुल से रिहा हुए जवान राकेश्वर सिंह मनहास का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में नक्सली जवान के शरीर से रस्सी खोलते नजर आ रहे हैं. राकेश्वर भीड़ के बीच में खड़े हैं और नक्सली उनके बदन से रस्सी खोल रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग जवान के आस-पास बैठे नजर आ रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में रहता है परिवार
राकेश्वर सिंह मनहास कोबरा बटालियन के जवान हैं. वे जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. उनका परिवार लगातार सरकार से अपील कर रहा था कि उसे सुरक्षित वापस लाया जाए. राकेश्वर की रिहाई की खबर सुनते ही घर में दीपावली जैसा माहौल है. सबने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी.
परिवार ने की थी रिहाई की अपील
छत्तीसगढ़ के तमाम समाजिक संगठन और जवान के परिवार वालों ने जवान को सकुशल रिहा करने की अपील की थी. कोबरा बटालियन के जवान की पत्नी ने सरकार से अपील की थी कि जल्द से जल्द कोई मध्यस्थ भेजकर उनके पति को वापस लाया जाए.
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जवान के नक्सलियों के कब्जे में होने की खबर सुनते ही परिवार का बुरा हाल था. परिजनों ने कहा था कि जैसे सरकार अभिनंदन को पाकिस्तान से वापस लाई थी, वैसे ही राकेश्वर को भी नक्सलियों के चंगुल से वापस लाए. स्थानीय लोगों ने उनकी रिहाई के लिए प्रदर्शन भी किया था.