चंडीगढ़: देश के प्रमुख विपक्षी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे जाने पर AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक बुनियाद को लगातार हिलाने की कोशिश कर रही है. भाजपा को जो भी विपक्षी दल मजबूत नजर आता है, उसके यहां सीबीआई- ईडी भेज देती है.
उन्होंने कहा कि आज देश के नौ प्रमुख विपक्षी नेताओं ने ईडी सीबीआई की रेड के खिलाफ प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी लिखने वालों में चार मुख्यमंत्री, एक उपमुख्यमंत्री और चार पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं. चड्ढा ने कहा कि सिसोदिया की गिरफ्तारी से देश में रोष है. एजेंसियों के बढ़ते दुरुपयोग के चलते सभी नेताओं ने एक साथ मिलकर प्रधानमंत्री को यह पत्र लिखा और अपील किया कि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर राजनीतिक बदले लेने का कार्य बंद हो.
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उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर मोदी सरकार देश के विपक्ष को खत्म करने की कोशिश कर रही है. साजिश के तहत सिर्फ विपक्षी दलों के नेताओं पर ही रेड करवाई जा रही है. आज जिस तरह से पक्षपातपूर्ण तरीके से सरकारी एजेंसियां कार्रवाई कर रही है, उससे देश का लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है.
सीबीआई-ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक सीबीआई ने जितने भी मुकदमे दर्ज किए, उसमें 95% सिर्फ विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ हुए. यूपीए के समय ईडी ने मात्र 112 जगहों पर रेड की थी, लेकिन मोदी सरकार के दौरान ईडी ने 3000 से ज्यादा जगहों पर रेड किए. अभी हाल ही में एक जानकारी सामने आई, जिसमें बताया गया कि ईडी ने जितने भी मुकदमे दर्ज हुए उसमें कनविक्शन रेट मात्र 0.05% है. मतलब कोर्ट में सभी मुकदमें फर्जी साबित हुए. उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में राज्यपाल के हस्तक्षेप की भी चर्चा की और कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार के रोजाना के कामकाज में दखल दे रही है. यह लोकतंत्र के लिए गलत संकेत है.