नई दिल्ली :यूआईडीएआई के पहले महानिदेशक रहे आर एस शर्मा ने कहा कि 'डेटा वॉल्ट' की अवधारणा भ्रामक है, जो आधार के उद्देश्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है.
शर्मा ने यूआईडीएआई द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, 'आधार अधिनियम कहता है कि आधार की जानकारी सुरक्षित रूप से रखी जानी चाहिए. आधार संख्या एक पहचान नहीं है. यह (डेटा वॉल्ट) नोटों पर सभी नंबरों को किसी सुरक्षित तिजोरी में रखने जैसा है.
यानी इन नंबरों का खुलासा नहीं किया जा सकता. यह एक भ्रामक तरीका है. एक बार जब आप एक गलत नींव से शुरुआत करते हैं तो आगे सब कुछ गलत होता जाता है.' यूआईडीएआई ने हाल ही में आधार डेटा वॉल्ट की एक अवधारणा पेश की है जो अधिकृत एजेंसियों द्वारा एकत्र किए गए सभी आधार नंबरों के लिए एक केंद्रीकृत भंडारण के रूप में काम करेगा.
शर्मा ने कहा कि यूआईडीएआई यह अवधारणा लेकर आया है कि आधार को प्रकाशित नहीं किया जाएगा, जो पूरी तरह से भ्रामक है.