नई दिल्ली : फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर विवाद अब भी जारी है. जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक मस्जिद के मौलवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उसने इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
इस वीडियो में मौलवी फारूक यह कहते सुने जा सकते हैं कि फिल्म पर बैन लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कश्मीरी मुस्लिमों के दुख-दर्द को भुला दिया गया है. हजारों मुस्लिम मारे गए. लेकिन उनकी चर्चा कोई नहीं कर रहा है. आज एक फिल्म बनी है, वह भी लोगों को बांटने के लिए, तो चारों ओर बहस छिड़ी है.
मौलवी का अगला बयान काफी तीखा है. इसमें उन्होंने कहा कि हमने 800 सालों तक इस देश पर शासन किया है. इन लोगों ने तो 70 साल शासन किया है और हमारी पहचान को मिटाने चले हैं. ऐसा मुमकिन नहीं हो पाएगा. मौलाना यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि 32 साल बाद उन्हें कश्मीरी पंडितों का खून नजर आया, लेकिन इस दौरान कितने ही मुसलमान मारे गए, उनका खून इन्हें नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि वे कलमा पढ़ने वालों का खून था. मौलवी ने कहा कि हम अमनपसंद लोग हैं. इसलिए फिल्म पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं.
भाजपा प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने इस वीडियो को ट्वीट किया है.
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