जोधपुर की सड़कों पर दौड़ा लैंबॉर्गिनी का काफिला जोधपुर. दुनिया की जानी-मानी लग्जरी कार लैंबॉर्गिनी अपनी 60वीं सालगिरह मना रही है. इसके तहत शुक्रवार सुबह जोधपुर से जैसलमेर के लिए लैंबॉर्गिनी का काफिला निकला. काफिला जैसे ही जोधपुर की सड़कों पर दौड़ा, तो टशन देखते ही बना. हैरत भरी निगाहों से लोग इन कारों को एकटक देखते रहे.
दरअसल, 1963 में शुरू हुई लैंबॉर्गिनी के 60 साल पूरे हो गए हैं. इस उपलक्ष में अलग-अलग इवेंट आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जोधपुर से जैसलमेर तक इन कारों का काफिला निकाला गया. इसके लिए बुधवार को देश भर से साठ लेंबोर्गिनी कार मालिकों को यहां बुलाया गया. उम्मेद भवन में गुरुवार रात को इनका शो आयोजित किया गया और शुक्रवार को पूर्व सांसद गज सिंह ने हरी झंडी दिखाकर लग्जरी कारों के काफिले को रवाना किया.
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दोपहर में जैसलमेर पहुंचेगी कारें : उम्मेद भवन से जब कारों का काफिला नीचे उतरा तो लोगों की भीड़ सड़क के दोनों तरफ इन कारों को देखने के लिए उमड़ पड़ी. काफिला शुक्रवार दोपहर जैसलमेर पहुंचेगा. इसके बाद अगले दिन पाकिस्तान बॉर्डर तक जाएगा. सामान्यत: यह कारें 150 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की गति में चलाई जा सकती है, लेकिन 265 किलोमीटर दूर जैसलमेर पहुंचने में इनको चार घंटे लगेंगे. इस इवेंट से जुड़े आशीष त्रिवेदी ने बताया कि कारों को हाइवे पर एक सीमित स्पीड में ही ड्राइव किया जाएगा, क्योंकि ट्रैफिक भी होगा . रोड भी एक समान नहीं होने से स्पीड कंट्रोल में रखी जाएगी.
काफीले में शामिल सबसे महंगी कार 12 करोड़ की : 1963 में लैंबॉर्गिनी ने अपनी पहली सुपर कार 350 जीटी लॉन्च की थी, इसके बाद से अब तक लैंबॉर्गिनी के कई मॉडल बाजार में आ चुके हैं. जोधपुर आई कारों में सबसे महंगी कार 12 करोड़ रुपए की थी. इसके अलावा 2 से 8 करोड़ रुपए की कीमत की भी कई गाड़ियां इस काफिले में शामिल थी.