नई दिल्ली :भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और अन्य हवाईअड्डा डेवलपर्स ने अगले पांच वर्षों में लगभग 98000 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है. इसमें अन्य गतिविधियों के अलावा, मौजूदा टर्मिनलों, नए टर्मिनलों के विस्तार और आधुनिकीकरण और रनवे का सुदृढ़ीकरण शामिल है (Rs 98000 crores in airport sector).
सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में कहा, 'इसमें मौजूदा हवाई अड्डों के विकास के लिए लगभग 60000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना के लिए लगभग 38000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.'
नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल डॉ. वी के सिंह (सेवानिवृत्त) की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में आई है, जिसमें सिविल एविएशन की चल रही परियोजनाओं की कुल संख्या और विवरण के बारे में जानकारी मांगी गई थी.
MoS द्वारा साझा किए गए विवरण के अनुसार, 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कुल 25 प्रमुख परियोजनाएं चल रही हैं. पटना हवाई अड्डे पर एक नए घरेलू टर्मिनल भवन और अन्य संरचनाओं (चरण I और II) का निर्माण 1216.90 करोड़ रुपये, एनआईटीबी का निर्माण और पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे पर संबद्ध कार्य 707.73 करोड़ रुपये, नए ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे का निर्माण होलोंगी, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश 645.63 करोड़ रुपये, ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण हीरासर, राजकोट 1405.00 करोड़ रुपये से किया जा रहा है.