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जेवर एयरपोर्ट की कंस्ट्रक्शन साइट पर सिलेंडर ब्लास्ट, 9 लोग घायल - इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा

जेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा हो गया है. अंडर कंस्ट्रक्शन साइट पर एक गैस सिलेंडर फट गया. इसमें 9 कर्मचारी घायल हो गए हैं, जिसमें से दो की हालत नाजुक है.

जेवर एयरपोर्ट की कंस्ट्रक्शन साइट पर सिलेंडर ब्लास्ट, 9 लोग घायल
जेवर एयरपोर्ट की कंस्ट्रक्शन साइट पर सिलेंडर ब्लास्ट, 9 लोग घायल

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Published : Jan 19, 2023, 9:23 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अंडर कंस्ट्रक्शन साइट पर गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया. शुरुआती जानकारी के अनुसार, अंडर कंस्ट्रक्शन साइट पर एक गैस सिलेंडर फटा है, जिसकी चपेट में आने से 9 कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए हैं. घायलों को एंबुलेंस से जेवर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां 2 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. भारी संख्या में पुलिस बल और आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मौके पर डीसीपी सहित अन्य आला अधिकारी पहुंच गए हैं. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि घायलों में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 8 कर्मचारी और एक दुकानदार है. यह घटना जेवर एयरपोर्ट स्थित किशोरपुर गांव के पास की है. हालांकि, अभी तक एयरपोर्ट का काम करा रहे टाटा प्रोजेक्ट्स या ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.

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टाटा को मिला है ठेकाःदेश के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी बना रही है. कंस्ट्रक्शन का ठेका टाटा प्रोजेक्ट्स के पास है. बताया जा रहा है कि करीब एक साल से यहां काम चल रहा है. पहली बार हादसा हुआ है. एयरपोर्ट के पहला चरण सितंबर 2024 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. जेवर एयरपोर्ट दिल्ली से 72 किलोमीटर, ग्रेटर नोएडा से 28 किलोमीटर और नोएडा से 40 किमी दूर है.

2001 में रखा गया था पहला प्रस्तावः एयरपोर्ट का सबसे पहला प्रस्ताव 2001 में UP के तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने रखा था. बाद में मायावती सरकार ने भी इसे आगे बढ़ाया और 2000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया. UPA सरकार में इस योजना को नई उड़ान मिली और इसके लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स बनाया गया. शुरुआती अड़चनों के बाद नवंबर 2021 में PM नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया.

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