छिंदवाड़ा।सिवनी जिले में हुई मॉब लिंचिंग में दो आदिवासियों की मौत के बाद आरोपियों की धरपकड़ जारी है. पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने दोनों मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई है और दैनिक वेतनभोगी के रूप में नौकरी पर भी रख लिया है. यह घटना रात के वक्त घटी, जिसमें गोवंश के नाम पर हुई हिंसा में 2 लोगों की मौत हो गई थी और मामले ने तूल पकड़ लिया. राज्य में इस तरह लिंचिंग की सरेराह घटना ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए.
ये है मामला :बता दें कि सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात 2:30 बजे सिमरिया गांव में कुछ युवकों को गाय काटने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचे युवकों ने 3 आदिवासियों को बेदम पीटा था. इसमें 2 आदिवासियों ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया. एक आदिवासी शख्स का इलाज जारी है. इस घटना के विरोध में बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ककौड़िया ने नेशनल हाईवे 44 में चक्का जाम कर आरोप लगाया था कि हमलावर बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं. पुलिस ने मामले में 20 किलो मांस भी जब्त किया था, जिसे जांच के लिए भेजा गया है.
14 आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश :कुरई पुलिस ने घायल बृजेश बट्टी के बयान के आधार पर 6 नामजद और 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है. पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये हैं बादल पाल कुरई निवासी शेर सिंह राठौर वेदांत चौहान, अंशुल चौरसिया, रिंकू पाल, गोपालगंज लखनवाड़ा के रहने वाले अजय साहू, दीपक अवधिया, विजयपानी कुरई के वसंत रघुवंशी, रघुनंदन रघुवंशी और शिवराज. पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.