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कर्नाटक : आईसीयू में भर्ती 80 साल की वृद्धा को संपत्ति हस्तांतरित करने के लिए आना पड़ा सब रजिस्ट्रार कार्यालय

कर्नाटक के बेलगावी इलाके में एक अमानवीय घटना सामने आई है. एक बूढ़ी औरत को संपत्ति के कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए आईसीयू से लाया गया...

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Published : Oct 2, 2022, 9:25 AM IST

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बेंगलुरू: संपत्ति इंसान की जान से भी ज्यादा कीमती है. संपत्ति विलेख पर हस्ताक्षर करने के लिए आईसीयू से बूढ़ी औरत को सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय में लाया गया. यह घटना शुक्रवार को बेलगावी इलाके की है. बेलगावी जिले के हिरेबगवाड़ी निवासी महादेवी (80) का स्वास्थ्य खराब होने के कारण आईसीयू में इलाज चल रहा था. हालांकि उनके नाम 2 एकड़ 35 गुना जमीन है। अपनी मृत्यु से पहले, उम्मा के अपने बच्चों विद्या होस्मानी (54) और रवींद्र होस्मानी (51) को संपत्ति हस्तांतरित करने के लिए उप-पंजीयक कार्यालय में आवेदन किया था.

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बाद में महादेवी को अस्पताल के बिस्तर से लाया गया और कागजात पर हस्ताक्षर लिये गये. दरअसल जब महादेवी ने आवेदन किया था तो उनकी तबियत ठीक थी. संपत्ति हस्तांतरित करने की तारीख आने से पहले वह बीमार पड़ गई. परिवार के लोगों ने बताया कि बेलगावी में उप-रजिस्ट्रार के कार्यालय को उनके बीमार पड़ने की सूचना देते हुए अस्पताल चल कर हस्ताक्षर लेने का आग्रह किया. लेकिन कार्यालय की ओर से उन्हें सूचित किया गया कि उन्होंने सामान्य आवेदन किया है और इस आवेदन के तहत वह आवेदक के पास जा कर हस्ताक्षर नहीं ले सकते.

इसके लिए उन्हें निजी आवेदन करना होगा. जिसका शुल्क एक हजार रुपये है. इसके बाद परिवार ने महादेवी को अस्पताल उप-रजिस्ट्रार के कार्यालय ला कर हस्ताक्षर कराने का फैसला लिया. उप पंजीयक सैन ढुंडो ने बताया कि इस तरह की घटना के बारे में पता नहीं चला है. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो जांय के बाद कार्रवाई की जाएगी. सहायक उप पंजीयक सचिन मंडेडा ने कहा कि मैं कल कार्यालय में नहीं था. सब रजिस्ट्रार थे. वह आज छुट्टी पर गए हैं.

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जब मैंने संचालिका से पूछा, तो मुझे इस बारे में पता चला और उसने मुझे बताया कि वे दावा पत्र बनाने के लिए वृद्धा को स्ट्रेचर पर लाए थे. सब रजिस्ट्रार सचिन मंडेडा ने कहा कि हम नियमानुसार अनुरोध पर आवेदक के पास जाकर भी हस्ताक्षर लेते हैं. इस मामले में मुझे यह पता नहीं है कि पैसे का भुगतान न करने के कारण इनको कार्यालय आना पड़ा.

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