बैतूल।बोरवेल में फंसे तन्मय को 84 घंटे बाद रेस्क्यू टीम निकाल तो लाई, लेकिन वह जिंदगी की जंग हार चुका था. तन्मय 4 दिन पूर्व 50 फीट गहरे बोरबेल में गिर पड़ा था, जिसके लिए SDRF और NDRF की टीमें उसे सुरक्षित निकालने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहीं थीं. पूरा जिला प्रशासन तन्मय को सकुशल निकालने के लिए प्रयासरत था. मगर नियति के आगे मेहनत हार गई. तन्मय तक रेस्क्यू टीम शुक्रवार की अलसुबह 5 बजे पहुंची थी.
जिंदगी की जंग हार गया मासूम अलसुबह 5 बजे बच्चे तक पहुंची थी रेस्क्यू टीमः रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे होमगार्ड कमांडेंट एसआर आजमी ने बताया कि "सुबह 5 बजे बच्चे को रेस्क्यू किया गया, हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी. जैसा कि कलेक्टर दो दिन पूर्व ही बता चुके थे कि तन्मय ने बोरबेल में गिरने के एक दिन बाद रिस्पॉस करना बंद कर दिया था. माना प्रशासन की ओर से ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार दी जा रही थी, लेकिन बच्चा बहुत छोटा था और उसने पिछले 84 घंटे से कुछ भी खाया पिया भी नहीं था. एक बच्चे के लिहाज से इतने समय तक जिंदगी से जंग लड़ पाना बहुत मुश्किल होता है." (Rescue team reached child after 84 hours)
तन्मय की पसलियां टूटीं, सीने में गंभीर चोटें:कमांडेंट एसआर आजमी ने बताया कि "6 दिसंबर की शाम को तन्मय बोरवेल में गिरा था. जिला प्रसाशन तब से लगातार तन्मय को निकालने के प्रयास कर रहा था. पथरीली चट्टानों के आगे किसी का बस नहीं चल रहा था, जिससे ऑपरेशन में काफी दिक्कतें भी आईं और समय भी काफी लगा. शुक्रवार सुबह तन्मय के शव को निकाल पाए, हमने सारी आधुनिक तकनीक वाली मशीने लगा रखीं थीं. बावजूद इसके बार-बार चट्टान आ जाने से तन्मय तक पहुंचने का रास्ता और दुर्गम हो जा रहा था." बताया जा रहा है कि बोरवेल में गिरने से तन्मय की पसलियां टूट गईं थीं, साथ ही उसके सीने में भी गम्भीर चोटें लगी थीं. फिलहाल बच्चे के शव को बैतूल के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है, जहां आज बैतूल के ग्राम मांडवी के ताप्ती घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. (Tanmay fallen in borewell evening of december 6)
चौथे दिन मौके पर पहुंचे प्रभारी मंत्री, डैमेज कंट्रोल करते हुए माना- तन्मय को निकालने में हो रही देरी, प्लानिंग की कमी से
सीएम ने की आर्थिक मदद की घोषणा:तन्मय की मौत की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से आत्मा की शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, "दुःख की इस घड़ी में तन्मय का परिवार स्वयं को अकेला न समझे, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है. राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जायेगी. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें. विनम्र श्रद्धांजलि."