अगरतला : त्रिपुरा में मुख्य विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कम से कम आठ पार्टी कार्यालयों को या तो जला दिया गया या क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जबकि अगरतला और राज्य के तीन अन्य जिलों में बुधवार को कई वाहनों और अन्य संपत्तियों को तोड़ दिया गया. पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी.
पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार सहित माकपा नेताओं ने कहा कि अगरतला में पार्टी कार्यालयों पर हमलों के लिए भाजपा नेताओं के नेतृत्व में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं. हमले दक्षिणी त्रिपुरा के उदयपुर, संतिर बाजार, पश्चिमी त्रिपुरा का दुकली और सिपाहीजला जिले के बोक्सानगर, विशालगढ़ और खतालिया में किए गए.
हालांकि भाजपा नेताओं ने इन आरोपों का खंडन किया है.
त्रिपुरा वाम मोर्चा के संयोजक बिजन धर ने कहा कि बिशालगढ़ में माकपा के जिला कार्यालय को पहले एक बुलडोजर से क्षतिग्रस्त किया गया और फिर आग लगा दी गई, जिससे अधिकांश संपत्ति और कागजात जलकर राख हो गए. उन्होंने यह भी कहा कि अगरतला और राज्य के अन्य स्थानों में छह वाहन और एक दर्जन से अधिक दोपहिया वाहन जला दिए गए.
धर ने मीडिया से कहा कि मंत्रियों, राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और सदस्यों से विपक्षी पार्टी के सदस्यों और उनके कार्यालयों पर हमले जारी रखने का आग्रह कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बुधवार को हुए सिलसिलेवार हमलों में नेता नानी पॉल और पार्थ प्रतिम मजूमदार समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए.