चंडीगढ़: गुरुवार को चंडीगढ़ में 7 राज्यों के पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई. नशा तस्करी पर कैसे लगाम लगे और कैसे आपसी सामंजस्य बनाया जाए. इसको लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा हुई. सभी राज्यों ने बैठक में नशा तस्करी को रोकने के लिए उठाए गए कामों की जानकारी दी. हरियाणा के डीजीपी ने कहा कि नशे के कारोबार में पैसे का बड़ा लेनदेन होता है. उसपर कैसे नियंत्रण पाया जाए. इसको लेकर भी बातचीत हुई है.
7 राज्यों के पुलिस अधिकारियों का बनाया जाएगा वर्किंग ग्रुप: बैठक में इस बात को लेकर सहमति बनी है कि सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों का एक वर्किंग ग्रुप बनाया जाए, जो लगातार एक दूसरे के साथ संपर्क में रहे और इस संबंध में लगातार जानकारियां सांझा करते रहें. जिससे नशे के कारोबार पर लगाम लगाने में और मदद मिल सके. हरियाणा के डीजीपी ने कहा कि अगली बार उनकी कोशिश होगी कि इस बैठक में सभी राज्यों के जेल से संबंधित अधिकारी, स्वास्थ्य और सोशल जस्टिस विभाग के अधिकारी शामिल हो, क्योंकि इन सभी का सहयोग भी नशा तस्करी पर लगाम लगाने में अहम है. उन्होंने कहा कि अगली बार इस बैठक में उत्तर प्रदेश और राजस्थान को भी शामिल किया जाएगा.
नशा तस्करी पर रोक लगाने पर चर्चा: हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने कहा कि नशा तस्करी को रोकने के लिए आने वाले समय में सभी मिलकर कैसे काम करें और सूचनाओं का आदान प्रदान करें. इसके लिए वर्किंग ग्रुप बनाया जाएगा. जिसमें हर राज्य के अधिकारी को शामिल किया जाएगा और वो इसमें नशे से जुड़ी जानकारी साझा करते रहेंगे, ताकि आरोपियों तक पहुंचने में आसानी हो. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में बहुत सारी दवा कंपनियां नशे की दवा बनाने का कारोबार कर रही हैं. उन पर नकेल लगाने के लिए क्या कदम उठाए जाए. इस पर भी बैठक में चर्चा हुई है.