भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पशु प्रेमियों ने एक निर्णय लिया है और इस निर्णय को लेकर अन्य लोग भी उनके साथ जुड़ते जा रहे हैं. दरसअल राजधानी के मिसरोद थाना क्षेत्र में एक डॉग ट्रेनिग सेंटर चलाने वाले तीन लोगों ने एक पालतू कुत्ते को बड़ी ही निर्मम तरीके से मार दिया था. जिसके बाद उन पर साधारण धाराओं में मामला दर्ज कर जमानत पर छोड़ दिया गया था. प्रशासन द्वारा उन पर कोई सख्त कार्रवाई न होने के कारण भोपाल में अभी तक 600 लोगों ने यह निर्णय किया है कि जब तक उस बेजुबान को न्याय नहीं मिलता तब तक वह मतदान नहीं करेंगे.
600 पशु प्रेमी हस्ताक्षर अभियान का हिस्सा:राजधानी के सैंकड़ो पशु प्रेमियों ने लिया ठान जब तक न्याय नहीं तब तक मतदान नहीं. जी हां, यह बिल्कुल सच है कि राजधानी की जनता ने यह निर्णय ले लिया है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलेगा तो वे मतदान नहीं करेंगे. अब तक लगभग 600 पशु प्रेमी हस्ताक्षर अभियान का हिस्सा बन चुके हैं. आदर्श आचार संहिता के कारण सड़क पर प्रदर्शन नहीं कर सकते. इसके चलते 600 पशुप्रेमियों ने आवेदन पर हस्ताक्षर करके इसे सफल बनाया तथा आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे.
कुत्ते की बेरहमी से हत्या: राजधानी के रहने वाले उमेश सोनी, दुष्यंत एवं अग्रणी शर्मा ने बताया कि ''पिछले महीने मिसरोद थाना क्षेत्र में कुछ डॉग ट्रेनरों द्वारा जो अवैध रूप से डॉग ट्रेनिंग सेंटर चला रहे थे एक पालतू कुत्ते को बड़ी बेराहमी से हत्या कर दी थी. उन लोगों ने चार-पांच दिन कुत्ते को भूखा और प्यासा रखा. फिर उसके बाद हथौड़े से उसके पैर तोड़ दिये ताकि वह अपना बचाव ना कर सके और उसे फांसी पर लटका कर मार दिया. आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज हुई. लेकिन उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया. इससे समस्त देश और प्रदेश के पशु प्रेमी आहत हैं तथा आरोपियों को लगातार कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. इस हत्याकांड के साक्ष्य भी उपलब्ध हैं.''