गांधीनगर:फ्रांस सरकार ने भारत से अमेरिका तक अवैध मानव तस्करी के घोटाले का पर्दाफाश किया है. फ्रांस से आई फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट किया गया जहां 20 नहीं बल्कि 60 से ज्यादा गुजरात के लोग लौटे. गुजरात सीआईडी क्राइम ने सभी लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. राज्य सीआईडी (क्राइम) के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने ईटीवी भारत को बताया कि इस पूछताछ में कुल 15 एजेंटों के नाम सामने आए हैं.
राजकुमार पांडियन ने कहा कि फिलहाल करीब 60 यात्रियों से पूछताछ की गई है. पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और जमीनी स्तर पर जांच की जा रही है कि इन सभी लोगों ने किस माध्यम से हवाई टिकट बुक करा लिए. होटल टिकट और दुबई के बाद इस रैकेट में कौन-कौन लोग और कितने लोग शामिल हैं, सभी मुद्दों की जांच की जाएगी.
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि सभी लोग 2 दिन तक दुबई में रुके और फिर दूसरे एजेंट के जरिए फ्रांस पहुंच गए. अब वे जिन स्थानों पर रुके थे, वहां से जुड़े एजेंटों की भी जांच की जा रही है. साथ ही किस व्यक्ति ने यहां के एजेंटों से मुलाकात की थी, इस संबंध में भी सीआईडी क्राइम की ओर से पूछताछ की गई है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि जब पूर्वी अमेरिका के निकारागुआ देश में पर्यटकों को आगमन वीजा की सुविधा प्रदान की जाती है, तो इन सभी लोगों को ड्राइवर वीजा लेकर निकारागुआ में रहना पड़ता है और फिर वहां से मैक्सिको और मैक्सिको से अमेरिका जाने की योजना बनानी पड़ती थी. शुरुआती जांच में पता चला है कि जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले थे, वे केवल रात में ही काम करते. अगर उन्हें इस तरह से नौकरी मिल जाती है, तो उन्हें वहां के व्यापारी और नियोक्ता कम वेतन देते.