कांकरेज: बनासकांठा जिले के एक बच्चों के अस्पताल में आग की घटना सामने आई है. कांकरेज के शिहोरी स्थित एक निजी अस्पताल में अचानक आग लग गई. जिस समय आग लगी उस वक्त तीन बच्चे अस्पताल के आईसीसीयू विभाग में भर्ती थे, जिसमें से एक बच्चे की मौत हो गई है. जबकि दो बच्चों को इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले जाया गया है. इस घटना से सरकारी रेफरल अस्पताल में बच्चों के इलाज में लापरवाही की पोल भी खुल गई है.
कांकरेज के शिहोरी के हनी अस्पताल के आईसीसीयू में आग लग गई. चंद सेकेंड में ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग लगते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई हालांकि, डॉक्टर और ग्रामीणों ने शीशा तोड़कर बच्चों को बचाने की कोशिश की. हालांकि एक बच्चे की मौत हो गई जबकि दो बच्चों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल ले जाया गया है. जब रेफरल अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे तो लोग उन्हें बुलाने उनके घर पहुंच गए, जहां डॉक्टर ने अभद्र व्यवहार किया. डॉक्टर ने आधे घंटे बाद भी उनका इलाज नहीं किया, अंत में बच्चों को निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. इस प्रकार का आरोप गांव के लोगों द्वारा लगाया जा रहा है. डॉक्टर की इस तरह की हरकत के कारण लोगों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. पूरी घटना सामने आने के बाद अस्पताल के सामने लोगों की भीड़ जमा हो गई. इस बीच, बच्चों को आगे के इलाज के लिए डीसा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है. फायर विभाग की टीम ने लगातार वाटर कैनन चलाकर आग पर काबू पाया. अनुमान लगाया जा रहा है कि शार्ट सर्किट के कारण आग लगी.