अयोध्या :राम मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति से लेकर 27 फरवरी तक चलाए गए राष्ट्रव्यापी निधि समर्पण अभियान में अब तक कुल 5460 करोड़ की धनराशि एकत्र हो चुकी है. प्राप्त धनराशि का ऑडिट के चलते निधि समर्पण अभियान से एकत्रित धनराशि का आखिरी आंकड़ा आना अभी बाकी है.
हालांकि, श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव इस धनराशि को लेकर अभी पूरी तरह सहमत नहीं है. वहीं श्री रामजन्म भूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा जारी ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, इस अभियान में प्राप्त हुए करीब 15 हजार चेक तकनीकी गड़बड़ियों के चलते या तो बाउंस हो गए हैं या फिर रिजेक्ट कर दिए गए हैं.
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने कहा किबैंक कर्मी तकनीकी गड़बड़ी के चलते रिजेक्ट या बाउंस हुए चेक की समस्या को दूर करने में लगे हुए हैं, जिनके चेक बाउंस हुए हैं उनसे पुनः निधि समर्पण के लिए कहा जा रहा है.
अकेले अयोध्या जिले में दो हजार से ज्यादा चेक बाउंस
वहीं इस अभियान में मिले 15 हजार से ज्यादा चेक को वापस कर दिया गया है. इसकी वजह यह है कि तकनीकी खामियों के चलते ये चेक बाउंस हो गए. इनमें से अकेले अयोध्या जिले में दो हजार से ज्यादा चेक बाउंस हुए हैं. इन चेकों के बाउंस होने के कारण करीब 22 करोड़ की धनराशि लटक गई है.
44 दिनों तक चलाया गया निधि समर्पण अभियान
श्री रामजन्म भूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जारी ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, देश में 44 दिनों तक चलाए गए निधि समर्पण अभियान में 12.73 करोड़ परिवारों से प्राप्त हुए करीब 15 हजार चेक तकनीकी गड़बड़ियों के चलते या तो बाउंस हो गए हैं या फिर रिजेक्ट कर दिए गए हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक के कर्मी उन लोगों से संपर्क कर रहे हैं, जिनके चेक बाउंस हुए हैं.
गलत धनाराशी व गलत चेक नंबर होने के कारण रिजेक्ट हुए चेक
बताया गया है कि अब तक 20 प्रतिशत चेक की तकनीकी गड़बड़ियों को ठीक किया जा सका है. बैंक कर्मी पुनः निधि समर्पण करने के लिए ऐसे लोगों से अपील कर रहे हैं, जिनके चेक रिजेक्ट हो गए हैं. बैंक कर्मियों के अनुसार, गलत एमाउंट और गलत चेक नंबर होने के कारण सबसे ज्यादा चेक रिजेक्ट हुए हैं. वहीं बहुत से चेक जमाकर्ता के खाते में पैसा न होने के कारण बाउंस हो गए हैं,
सात करोड़ रुपये का आंकड़ा मिस मैच
इस अभियान में कुछ लोगों ने दान में नकद रुपये भी दिए हैं, परंतु डिपॉजिटर पैसों की इंट्री नहीं कर पा रहे हैं. इस वजह से लगभग सात करोड़ रुपये का आंकड़ा मिस मैच है.