इम्फाल : राजभवन के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि मणिपुर में हिंसा से संबंधित सभी मामलों की तेजी से जांच के लिए कम से कम 42 विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किए जाएंगे. पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डी.डी. पडसलगीकर ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की और उन्हें राज्य में मौजूदा संकट से अवगत कराया. उन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई और एसआईटी को सौंपे गए मामलों की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था.
राजभवन के सूत्रों ने कहा कि पडसलगीकर ने राज्यपाल को सूचित किया कि शुरुआत में 42 एसआईटी गठित की जाएंगी और मणिपुर में हिंसा से जुड़े सभी मामलों की तेजी से जांच की जाएगी. पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को हाल ही में मुख्य रूप से सीबीआई और एसआईटी द्वारा जांच किए गए मामलों की निगरानी के लिए मणिपुर में तैनात किया गया है.
सूत्रों ने कहा, "जहां तक पहाड़ी जिलों के मामलों का सवाल है, पडसलगीकर ने राज्यपाल को सूचित किया कि मामलों की जांच के लिए बीएसएनएल और एनआईसी के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं प्रदान की जाएंगी." पडसलगीकर के मुताबिक, जांच की पहली स्टेटस रिपोर्ट अक्टूबर के पहले सप्ताह तक संबंधित अथॉरिटी को सौंप दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि उन्होंने कई राहत शिविरों का दौरा किया और शिविरों में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से मुलाकात की. पडसलगीकर ने राज्यपाल से लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने का अनुरोध किया.
राज्यपाल ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने हिंसा प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने के लिए पहले ही आवश्यक साझा कार्यक्रम शुरू कर दिया है और संबंधित राज्य मशीनरी को उन लोगों को सहायता प्रदान करने और उन्हें फिर से यथाशीघ्र उनके स्थानों पर बसाने के लिए उपाय करने का निर्देश दिया है.