गुवाहाटी:असम सरकार अहोम साम्राज्य के सेनापति लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती पर राष्ट्रीय राजधानी और राज्य में बड़े स्तर पर समारोह आयोजित कर रही है. लचित बोरफुकन ने कई मौकों पर मुगल सेना को सफलतापूर्वक रोका था. इसी सिलसिले में नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 23 नवंबर से दो दिवसीय समारोह होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उपस्थित रहेंगे. इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियां और एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी और प्रधानमंत्री मोदी 24 नवंबर को बोरफुकन पर एक पुस्तक राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
शाह लाचित पर एक वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग का उद्घाटन करेंगे. अनेक क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टेलीविजन चैनलों पर बाद में फिल्म दिखाई जाएगी. इस कार्यक्रम में देश भर के 60 प्रमुख इतिहासकारों के शामिल होने की संभावना है. ईटीवी भारत से बात करते हुए, साबिर निसात, असम सूचना केंद्र के डिप्टी निदेशक ने कहा कि प्रमुख इतिहासकारों के साथ-साथ देश भर के शाही परिवारों के सदस्यों को भी असम सरकार द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि असम के कॉलेजों और स्कूलों के 231 छात्रों के साथ देश भर के प्रोफेसरों, इतिहासकारों को आमंत्रित किया गया है.
साबिर निसात ने कहा कि हमारी सरकार युवा पीढ़ी को प्रेरित करना चाहती है. लचित बोरफुकन एक महान योद्धा थे, जिन्होंने उत्तर पूर्व में मुगलों और उसके विस्तारवादियों की योजना को करारी शिकस्त दी. यह विडंबना है कि इतिहास में इस अहोम योद्धा की ज्यादा चर्चा नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, उनके कई कैबिनेट सहयोगियों, मौजूदा विधायकों और नौकरशाहों की 35 सदस्यीय शीर्ष समिति का गठन किया गया है.