अनूपपुर।एमपी के अमरकंटक जिले के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय (IGNTU) में छात्रों और सुरक्षाकर्मी के बीच झड़प में 4 केरल के छात्रों के घायल होने की बात कही जा रही है. मामले में 5 सांसदों ने यूनिवर्सिटी के कुलपति को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराई है, जिसके बाद अब सोशल मीडिया वार भी खूब जोर पकड़ रहा है. अब मामले में राहुल गांधी और केरल के सीएम विजयन ने भी ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई है, वहीं यूनिवर्सिटी ने भी छात्रों का वीडियो जारी कर जांच कमेटी गठित करने की बात कही है. साथ ही कहा है कि पुलिस की शुरुआती जाँच प्रक्रिया में मेडिकल चेकअप के प्रतिवेदन में सभी स्टूडेंट्स की हैल्थ नार्मल है. घटना को लेकर जिन भी स्टूडेंस्ट की बात की जा रही है वो विश्वविद्यालय कैंपस में हैं और पूरी तरह से सेफ और हेल्दी हैं. कोई भी छात्र अस्पताल में एडमिट नहीं है.
ये है पूरा मामला:10 मार्च को अनूपपुर जिले के अमरकंटक में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति यूनिवर्सिटी में केरल के 4 छात्र पानी की टंकी पर चढ़े थे, उसी टंकी से यूनिवर्सिटी के होस्टल में पानी सप्लाई किया जाता है. इसी दौरान गार्ड ने छात्रों को टंकी से उतारकर उनसे नाम पूछा और आई कार्ड बताने को कहा, लेकिन छात्रों ने कुछ भी बताने से इनकार कर भागने की कोशिश की. इसके बाद गार्ड ने पीने के पानी की टंकी में कोई जहरीला केमिकल मिलाने की आशंका को लेकर जब सख्ती से पूछताछ की, तो छात्रों ने गार्ड को पीटना शुरू कर दिया. इसके बाद गार्ड ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया, अन्य गार्ड्स ने जब छात्रों से पूछताछ की तो उन्होंने अपनी पहचान नहीं बताते हुए सिर्फ इतना बताया कि वे टंकी पर फोटो खींचने के लिए गए थे. इस बात पर गार्ड ने कहा कि इस टंकी पर चढ़ना और फोटो खींचने पर रोक है, तो चारों छात्र गार्ड्स से विवाद करने लगे. बस इसी बात पर सभी गार्ड्स ने मिलकर चारों छात्रों की पिटाई कर दी. इस घटना में केरल के चारों छात्र नसील, अभिषेक, अदनान, आदिल और गार्ड रामेश्वर घायल हो गए. बाद में सभी घायलों को पहले जिला अस्पताल और वहां से शहडोल के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. फिलहाल चारों छात्र का अस्पताल से ठीक होकर अभी विश्वविद्यालय छात्रावास में वापस आ गए हैं, वहीं गार्ड का स्वास्थ भी अभी ठीक है.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गठित की जांच कमेटी: मामले में मारपीट के बाद सुरक्षाकर्मियों ने अमरकंटक थाने में छात्रों के खिलाफ शिकायत की थी, तो वहीं घायल छात्रों ने भी अपराध क्रमांक 56/2023, धारा 294,323,506, 34 तहित, सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी, सुरक्षा सुपरवाइजर छविलाल मेहरा और वीरेंद्र सिंह के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कराया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा है कि "परिसर में स्थित डब्ल्यूटी पर चढ़ने वाले कुछ छात्रों और सुरक्षा गार्ड के बीच कथित विवाद की जांच के लिए आईजीएनटीयू द्वारा एक जांच समिति का गठन किया गया है. घटना में दोषी पाए जाने वाले तत्वों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी."