टिहरी (उत्तराखंड): टिहरी जिले के नरेंद्र नगर में 26 जून यानी आज से भारतीय जी20 प्रेसीडेंसी के तहत तीसरी इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप (IWG) की बैठक शुरू हुई. तीन दिवसीय इस बैठक में G20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 63 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. जिसमें भविष्य के लिए समावेशी, टिकाऊ और लचीले शहरों के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के निवेश को बढ़ावा देने समेत अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी. वहीं, प्रतिनिधियों के लिए 27 जून को 'योग रिट्रीट' का आयोजन किया जाएगा.
बैठक के पहले दिन 26 जून को तीन सत्र आयोजित किए गए. इस सत्रों में 'कल के शहरों का वित्तपोषण: समावेशी, लचीला और टिकाऊ' विषय के तहत चर्चा की गई. प्रतिनिधियों ने कार्य क्षेत्रों में सार्थक प्रगति हासिल करने के लिए प्रेसीडेंसी के प्रयासों को स्वीकार किया. तीन सत्रों में हुई चर्चाओं ने G20 के निर्णय निर्माताओं को प्रौद्योगिकी, इन्फ्राटेक और डिजिटलीकरण की भूमिका की खोज के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से लेकर बुनियादी ढांचे के लचीलेपन, तेज शहरीकरण और समावेशन जैसी प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की. प्रतिनिधियों ने दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी नए शहर के विकास में से एक इंडोनेशिया में 'नुसंतरा' को लॉन्च करने पर एक अनूठा परिप्रेक्ष्य भी सुना.
साइड इवेंट का प्रतिनिधित्व हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट, सी40 सिटीज और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के एक प्रतिष्ठित पैनलिस्ट ने किया. उत्तरी बांग्लादेश के ढाका के मेयर ने भी नगर पालिकाओं और शहरों को टिकाऊ और समावेशी बनाने में समर्थन देने के तरीकों पर अपने विचार प्रस्तुत किए. वहीं, सत्र के बाद सभी प्रतिनिधियों को 'रात्रि भोज पर संवाद' की भी मेजबानी की गई. इस दौरान प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लिया.