नई दिल्ली:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मंगलवार को केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की और कहा कि कठिन वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद देश सशक्त और आत्मनिर्भर हो रहा है. यहां नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कनवेंशन सेंटर में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दूसरे और अंतिम दिन सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र पारित किया गया.
इस सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पेश किया और केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरण और हरियाणा की सांसद सुनीता दुग्गल ने इसका अनुमोदन किया. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस संकल्प पत्र के प्रमुख बिन्दुओं को मीडिया से साझा करते हुए कहा, 'पिछले आठ वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक समावेशी, सर्वस्पर्शी और आत्मनिर्भर समाज बनाने की दिशा में काम हो रहा है.
विश्व की कठिन परिस्थितियों में भी प्रधानमंत्री मोदी की विचार स्पष्टता और कुशल नीतियों के सफल क्रियान्वयन के कारण समाज का सशक्तिकरण हो रहा है.'उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने जब देश की कमान संभाली थी तब देश की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी और भारत की गिनती कमजोर अर्थव्यस्थाओं में होती थी.
उन्होंने कहा, 'आज आजादी के 75वें वर्ष में हमने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हुए हैं.' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज जीएसटी संग्रह में 22.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और डिजिटल लेनदेन ने भी नयी ऊंचाइयों को छुआ है. उन्होंने कहा, 'यदि विश्व में एक समय में 100 रुपये का डिजिटल लेनदेन होता है तो उसमें 40 रुपये का लेनदेन भारत में होता है.'
उन्होंने कहा कि भारत माला, सागर माला, समर्पित मालगाड़ी गलियारा, उड़ान, और भारत ब्रॉडबैंड जैसी योजनाओं ने ना सिर्फ विकास को गति दी है बल्कि 21वीं सदी के भारत के अनुकूल अवसंरचना भी तैयार की है. उन्होंने कहा कि किसानों को अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिले, इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं.
उन्होंने कहा, 'स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से आज देश के नौजवान नौकरी मांगने वाले की जगह नौकरी देने वाले बन रहे हैं. आज देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न बने हैं. देश के नौजवान उद्यमी बन रहे हैं.' प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण देश ना सिर्फ सशक्त और आत्मनिर्भर हुआ है बल्कि उसके कारण देश में आज एक चेतना भी आई है . उन्होंने कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए कार्यकारिणी ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया.
उन्होंने कहा, 'सामाजिक उपलब्धियों का एक नया पैमाना सामने आया है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. जो लोग कभी हमसे पूछते थे ‘अयोध्या में राम मंदिर तो बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे’. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यकारिणी ने आभार प्रकट किया कि मंदिर की तिथि भी घोषित कर दी गई है। जल्द ही भव्य मंदिर देश को समर्पित हो जाएगा.'
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इस कड़ी में उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, सोमनाथ मंदिर के विकास कार्य, केदारनाथ धाम का पुनर्निमाण, केदारनाथ-बद्रीनाथ तीर्थक्षेत्र का विकास कार्य, चार धामों का सड़क नेटवर्क, करतारपुर साहिब कॉरिडोर और उज्जैन में महाकाल लोक से जुड़े विकास कार्यों का भी उल्लेख किया. एक सवाल के जवाब में प्रधान ने मूल्य वृद्धि और महंगाई को वैश्विक समस्या बताया और कहा कि अन्य देशों के साथ तुलनात्मक स्थिति देखी जाए तो भारत बहुत अच्छी स्थिति में है.
उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए कहा कि अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त देश के एक जानेमाने अर्थशास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक नीतियों की आलोचना की थी लेकिन तमाम विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद विश्व के अन्य व विकसित देशों की तुलना में भारत में मुद्रास्फिति की दर आदर्श स्थिति में है. उन्होंने कहा, 'यही अपने आप में हमारा एक जिम्मेदवार अर्थव्यवस्था के मॉडल का प्रमाण है. हम ऊर्जा आयात करते हैं. वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो गई है. उसके बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत आधार पर खड़ी है। इसलिए हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने हैं.'
(पीटीआई-भाषा)