नई दिल्ली:कारगिल विजय दिवस 2022 के मौके पर देशभर में वीर सपूतों को याद किया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं अन्य नेताओं ने वीर सपूतों को नमन किया. वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह वॉर मेमोरियल पहुंचे और वीरों को श्रद्धांजलि दी. कारगिल विजय दिवस उस ऐतिहासिक दिन की स्मृति में मनाया जाता है जब भारत के वीर सैनिकों ने 1999 में कारगिल में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में विजय हासिल की थी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि ‘करगिल विजय दिवस’ सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता का प्रतीक है और लोग भारत माता की रक्षा करने के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले वीर जवानों के हमेशा ऋणी रहेंगे. भारतीय सेना ने लद्दाख में करगिल के ऊंचे पतर्वतीय इलाकों में करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद जीत की घोषणा करते हुए 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ की सफलता का एलान किया था। भारत की जीत को याद करने लिए 26 जुलाई को ‘करगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘करगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत माता की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं. सभी देशवासी इन शहीदों और उनके परिजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे. जय हिंद.’
करगिल युद्ध में देश से 500 से अधिक जवान शहीद हुए थे. कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है. कारगिल विजय दिवस देश भर में उन भारतीय शूर वीरों को याद करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण त्याग दिए. पीएम मोदी ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है. इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन. जय हिंद!'