बागेश्वरःराजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय कपकोट के 22 छात्रों ने ऑल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा क्वालीफाई किया है. बीती 8 जनवरी को ऑल इंडिया सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा हुई थी. एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का स्कोर वेबसाइट पर अपलोड किया है. जिसमें प्राथमिक विद्यालय कपकोट के छात्रों ने कमाल दिखाया है. जिसकी चर्चा जगह-जगह होने लगी है. प्रधानाध्यापक केडी शर्मा की मानें तो परीक्षा पास करने वाले बच्चों के लगभग 250 अंक हैं. अभी रैंक का पता नहीं चल सका है.
एक तरफ सरकारी स्कूल हो रहे बंद, दूसरी तरफ इस स्कूल में एडमिशन के लिए मारामारीः बता दें कि कपकोट के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा है. विद्यालय की नींव 1872 में रखी गई थी. यह सरकारी विद्यालय जिले के बड़े और नामी प्राइवेट स्कूलों को भी मात दे रहा है. जहां एक ओर उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में छात्र पढ़ने नहीं आ रहे हैं और न ही परिजन बच्चों को वहां पढ़ाना पसंद करते हैं. जिस कारण कई स्कूल बंद भी हो गए हैं. स्कूलों के बंद होने के कारण गांवों से पलायन भी हो रहा है. वहीं, दूसरी ओर आदर्श प्राथमिक विद्यालय कपकोट में प्रवेश के लिए मारामारी रहती है.
एडमिशन के लिए होता है टेस्ट, खेल-खेल में सीखते हैं छात्रः एडमिशन के समय अभिभावक और बच्चों से बेसिक, राइटिंग, रीडिंग आदि टेस्ट लिए जाते हैं. जो कि उत्तराखंड का पहला ऐसा स्कूल है, जहां प्राइवेट स्कूलों से बच्चों को निकाल कर प्राथमिक स्कूल में डाला जा रहा हो. सुबह की प्रार्थना सभा ही विद्यालय की अनोखी है, जहां प्रार्थना के बाद बच्चों को स्कूल के हर अध्यापक अपने-अपने विषय का कुछ न कुछ टॉपिक देते हैं. जिसे रोचक और मनोरंजक तरीके से बच्चों को सिखाया जाता है.
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सिर्फ नौकरी के लिए नहीं पढ़ाते शिक्षक, लेते हैं एक्स्ट्रा क्लासः स्कूल के सभी अध्यापक करीब 14 घंटे बच्चों के लिए उपलब्ध रखते हैं. इस स्कूल के शिक्षक भी सिर्फ नौकरी करने के लिए नहीं पढ़ाते हैं, बल्कि. शिक्षक पहले 6 घंटे की ऑफिशियल ड्यूटी करते हैं. इसके बाद शिक्षक 12 से 14 घंटे विद्यालय में रहकर एक्स्ट्रा क्लास लेते हैं. साथ ही छात्रों की डाउट क्लियर करते हैं. साथ ही ट्यूशन लेते हैं और दूसरी गतिविधियों में भी बच्चों को शामिल करते हैं.