नैनीताल :उत्तराखंड के नैनीतालशहर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही आरटी-पीसीआर जांच में आंध्र प्रदेश से नैनीताल पहुंचे 24 सदस्यीय एक दल के 20 सदस्यों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. नैनीताल पहुंचे इस दल के सदस्य आंध्र प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो इनदिनों देश के अन्य राज्यों के लोगों से इंटरेक्शन करने और देश के अन्य राज्यों के पर्यावरण को जानने के लिए साइकिल से भ्रमण कर रहे हैं.
नैनीताल पहुंचने पर जब बच्चों के दल को उनके शिक्षक होटल में रुकवाने के लिए लेकर गए तो होटल प्रबंधन द्वारा कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए गये, जिसके बाद 24 सदस्यों का ये दल टेस्ट करवाने के लिए बीडी पांडे अस्पताल पहुंचा. डॉक्टरों ने सभी की जांच की, जिसमें 20 लोग संक्रमित पाए गये हैं. जिन सदस्यों में संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें 8 साल से लेकर 38 साल के लोग शामिल हैं.
पढ़ें-उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान पर मंडराया खतरा, दो दिन में खत्म होने वाली है डोज
आंध्र प्रदेश के इस दल के 20 लोगों मे संक्रमण की पुष्टि होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने सभी को सूखाताल स्थित टीआरसी में बने कोविड केयर सेंटर में क्वारंटाइन कर दिया गया है. बता दें कि ये सभी लोग आंध्रप्रदेश से तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश होते हुए उत्तराखंड पहुंचे हैं. गौर हो कि बीती 2 अप्रैल को ही इस टीम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की थी.
सीएम योगी से भी की थी मुलाकात आंध्र प्रदेश के आदिवासी बच्चों का ये ग्रुप साइकिल पर भारत भ्रमण के लिए निकला है. ये बच्चे आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में रहते हैं और चैचू आदिवासी समुदाय से संबंध रखते हैं. बीती 6 फरवरी को आंध्र प्रदेश से निकले इस दल में कुल 21 बच्चे हैं, जिनमें सबसे छोटे के उम्र 8 साल और बड़े की उम्र 18 साल है. इनमें कुल 6 लड़कियां भी शामिल हैं. बच्चों के साथ तीन कोऑर्डिनेटर भी दल में शामिल हैं. ये दल का लक्ष्य 150 दिन के सफर में 15 प्रांत, 75 जिले और 9,000 किलोमीटर की दूरी साइकिल पर तय करनी थी, जो फिलहाल कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित हो गया है.
भले ही उत्तराखंड में राज्य सरकार के द्वारा बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आंध्र प्रदेश का ये 24 सदस्यीय दल नैनीताल तक बिना जांच के आ पहुंचा और इस दल पर किसी की नजर तक नहीं पहुंची. गनीमत रही कि ये लोग खुद अपनी जांच करवाने के लिए नैनीताल जिला अस्पताल पहुंचे, जहां 20 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई.