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श्रीलंका में फंसे 19 मजदूरों की शुक्रवार को होगी वतन वापसी, सोशल मीडिया पर मदद मांगने के बाद सरकार हुई एक्टिव - कोलंबो एयरपोर्ट

श्रीलंका में फंसे झारखंड के 19 मजदूरों की शुक्रवार को वतन वापसी होगी. ये सभी मजदूर श्रीलंका से चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचेंगे और फिर वहां से रांची के लिए उड़ान भरेंगे.

laborers trapped in Sri Lanka will return home
laborers trapped in Sri Lanka will return home

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Published : May 5, 2022, 8:55 PM IST

हजारीबाग:झारखंड के 3 जिले हजारीबाग, गिरिडीह और धनबाद के मजदूर श्रीलंका में फंसे हुए हैं. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. जिसके बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार से मदद मांगी थी. अब उन मजदूरों को वापस लाने का प्रयास सफल हो रहा है. श्रीलंका मे फंसे 19 मजदूरों की शुक्रवार को वतन वापसी होगी.

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श्रीलंका में फंसे 19 मजदूरों की शुक्रवार को वतन वापसी होगी. इसके लिए मजदूरों के परिजनों ने केंद्र और राज्य सरकार के अलावा सभी मीडिया संस्थानों के साथ प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली को धन्यवाद दिया है. सभी 19 मजदूर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो एयरपोर्ट से शुक्रवार सुबह 3:10 बजे चेन्नई के उड़ान भरेगे और सुबह 4:40 बजे चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से वे शुक्रवार को ही सुबह 11:45 बजे रांची के लिए उड़ान भरेंगे और दोपहर 2 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेगे.

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श्रीलंका में फंसे 19 मजदूरो में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के वकील महतो, कारू अंसारी, अब्दुल अंसारी, अख्तर अंसारी, फिरोज आलम, छत्रधारी महतो, देवानंद महतो, सहदेव महतो, रामचंद्र कुमार, ढिबरा निवासी प्रसादी महतो, घाघरा निवासी प्रदीप महतो, तुलसी महतो और तारानारी निवासी कोलेश्वर महतो हैं. जबकि सरिया प्रखण्ड के चिचाकी के तिलक महतो और राजेश महतो हैं. इसके अलावा डुमरी प्रखंड के टिंगरा के महेश महतो शामिल हैं. वहीं, धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड के गोमो निवासी मनोज कुमार और हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के भलुवा निवासी नागेश्वर महतो और देवेन्द्र महतो शामिल हैं.


ये सभी मजदूर कल्पतरू ट्रांसमिशन कंपनी की ओर से श्रीलंका गए थे. लेकिन वहां की आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद इन्हें पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा था. पैसे नहीं होने के कारण इन मजदूरों का वहां बुरा हाल था और ये दाने-दाने के लिए मजबूर हो गए थे. कंपनी ने इन सभी मजदूरों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिए थे, जिससे ये वापस नहीं आ पा रहे थे. अब सरकार की मदद से वापस लौटेंगे.

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