चेन्नई :कवि और गीतकार वैरामुथु रामासामी की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. कई महिलाओं के आरोप लगाने के बाद अब गायिका भुवना शेषन भी पीड़ित महिलाओं के समर्थन में आ गई है. भुवना शेषन ने कहा कि अपनी कहानी साझा करने के पीछे उनका उद्देश्य केवल युवा गायकों के सपनों को बिखरने से रोकना था. उन्होंने कहा कि लगभग 17 महिलाओं ने उनके (कवि और गीतकार वैरामुथु) पर आरोप लगाए हैं.
उत्पीड़न की स्थिति से बाहर आना बहुत मुश्किल
इनमें चार महिलाएं ही अपनी पहचान के साथ सामने आने का हिम्मत जुटा पायी. उत्पीड़न की स्थिति से बाहर आना बहुत मुश्किल है. मैंने अपनी कहानी शेयर की क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि और लड़कियों को भी यह सब झेलना पड़े. युवाओं के सपने कुचले जायें. तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) सरकार द्वारा वैरामुथु को ड्रीम हाउस योजना के माध्यम से सम्मानित किए जाने के बाद मी टू आंदोलन के दौर में उनपर लगे आरोपों पर फिर से बात होने लगी है.
श्रीपदा के साहस की सराहना
सबसे पहले गायिका चिन्मयी श्रीपदा यौन ने वैरामुथु पर यौन शोषण के आरोप लगाये थे. भुवना शेषन ने श्रीपदा के साहस की सराहना की. उन्होंने कहा कि वैरामुथु के खिलाफ बोलने के बाद से उन्हें होने वाली कठिनाइयों के बारे में वह जानती हैं. यह स्थिति चिंता जनक है. भुवना शेषन ने कहा कि वैरामुथु के खिलाफ बोलने के बाद गायिका के लिए चीजें और कठिन हो गई हैं. उन्होंने कहा कि गायिका चिन्मयी श्रीपदा का साहस अद्भुत है.
सिस्टम पर सवाल
वैरामुथु पर आरोप लगाने के बाद उसे सोशल मीडिया पर लगातार गालियां दी जा रही हैं. उसके लिए चीजें बहुत मुश्किल हो रही हैं. यह जारी नहीं रहना चाहिए. कई लड़कियां इससे पीड़ित हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन इसके लिए कोई जांच नहीं होगी. सिस्टम ऐसा नहीं होने देगा. श्रीपदा ने पांच वर्ष पहले गीतकार वैरामुथु के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों लगाये थे. दावा किया जा रहा है कि तब से अब तक करीब 17 महिलाओं ने वैरामुथु के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं.