नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ब्रिक्स के विस्तार का भारत पूरा समर्थन करता है और आम सहमति से इस दिशा में आगे बढ़ने का स्वागत करता है. उन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण सहित कई क्षेत्रों में समूह के सदस्य देशों के बीच सहयोग का दायरा और बढ़ाने के लिए पांच सुझाव भी दिए.
अधिकारियों के अनुसार, जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) की शिखर बैठक के दौरान मोदी ने समूह से ध्रुवीकरण नहीं, बल्कि एकता का वैश्विक संदेश भेजने का आह्वान किया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार के लिए समयसीमा निर्धारित करने की अपील की. प्रधानमंत्री ने कई बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार करने और ब्रिक्स के प्रस्तावित अंतरिक्ष अन्वेषण समूह का गठन किये जाने का भी समर्थन किया.
शिखर बैठक के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि समूह को भविष्य के लिए तैयार होने में प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. उन्होंने डिजिटल क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने के लिए भारत की तैयारियों की भी पेशकश की. मोदी ने कहा कि भारत, ब्रिक्स की सदस्यता का विस्तार करने का पूरा समर्थन करता है. और इस पर सहमति के साथ आगे बढ़ने का स्वागत करता है.
ब्रिक्स का विस्तार समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में एक मुख्य विषय है क्योंकि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अर्जेंटीना सहित 23 देशों ने इसकी सदस्यता के लिए आवेदन किया है. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पूर्ण सत्र को मोदी के बाद संबोधित किया और उन्होंने भी वैश्विक शासन को अधिक समतापूर्ण बनाने के लिए ब्रिक्स के त्वरित विस्तार की हिमायत की.
शी जिंगपिंग ने कहा कि हमें वैश्विक शासन को और अधिक न्यायसंगत और समतापूर्ण बनाने के लिए ब्रिक्स परिवार में और भी देशों को शामिल कर समूह का विस्तार करने की प्रक्रिया तेज करने की जरूरत है. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि ब्रिक्स देश इसके विस्तार पर चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हम इस विषय का एक स्पष्ट समाधान ढूंढ लेंगे क्योंकि हमने इस विषय पर आपस में चर्चा की है.
भारत ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स नेताओं के रिट्रीट के दौरान सदस्यता मानदंडों और नए सदस्यों के चयन पर आम सहमति बनाने का बीड़ा उठाया. सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार, 22 अगस्त को आयोजित लीडर्स रिट्रीट के दौरान ब्रिक्स विस्तार पर यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है. सूत्रों ने कहा कि भारत ने सदस्यता मानदंडों और नए सदस्यों के चयन पर आम सहमति बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई.
उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास हमारे रणनीतिक भागीदारों को नए सदस्यों के रूप में शामिल करने के हमारे उद्देश्य से निर्देशित थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अगस्त मंगलवार को जोहानिसबर्ग के समर प्लेस में ब्रिक्स लीडर्स रिट्रीट में हिस्सा लिया. समर प्लेस पहुंचने पर प्रधानमंत्री का दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति और 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष सिरिल रामफोसा ने गर्मजोशी से स्वागत किया.