कालीकट: केरल के कालीकट में कोयिलैंडी का रहने वाला एक 15 वर्षीय लड़का, जिसका नाम जी.एस. सायंत है, वह हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर से पीड़ित है. लेकिन इस लड़के ने एक इलेक्ट्रिक साइकिल बनाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. साइकिल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी बैटरी को 4 घंटे में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है और इसके बाद यह 90 किलोमीटर तक की रेंज प्रदान करती है.
वह सरकारी मोपिला हायर सेकेंडरी स्कूल, कोईलैंडी में 10वीं का छात्र है. कालीकट जिला विज्ञान मेले में प्रस्तुत इस आविष्कार के लिए सायंत ने ए ग्रेड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. सायंत कोयलंडी मूल निवासी श्रीधरन (सेवानिवृत्त ग्राम अधिकारी) और गीता के पुत्र हैं. सायंत को न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर हाइपरएक्टिविटी है, जिससे उसे कुछ चीजों पर ध्यान देने में परेशानी होती है और वह अति सक्रिय है. वह अपने आश्चर्यजनक कौशल से अपने आसपास के सभी लोगों को चकित कर देता है.
इस बारे में सायंत ने कहा, 'मैं दूसरी क्लास से साइकिल से सफर करता था. अब मैं साइकिल का पैडल मारते-मारते थक गया, इसलिए मैंने एक इलेक्ट्रिक साइकिल के बारे में सोचा. 14 साल की उम्र में मैंने साइकिल को इसके लिए मॉडिफाई किया और खुद इसकी वेल्डिंग की. पैरों को रखने के लिए दो छड़ें जुड़ी हुई हैं और पैडल हटा दिए गए हैं.'