दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर में लोगों ने 140 से ज्यादा हथियार सौंपे - 140 weapons surrendered in Manipur

मणिपुर की चार दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा सुरक्षा बलों के लूटे गए हथियारों को सौंपने की अपील की थी. साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि लूटे गए हथियार बरामद किए जाने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसी के बाद राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 140 हथियार सौंपे जा चुके हैं.

140 weapons surrendered in Manipur
मणिपुर में 140 हथियारों पुलिस को सौंपे गए

By

Published : Jun 2, 2023, 3:48 PM IST

Updated : Jun 2, 2023, 6:35 PM IST

इंफाल : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) की ओर से एक दिन पहले की गयी अपील के बाद मणिपुर में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने 140 से अधिक हथियार जमा कराए हैं. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अमित शाह ने मणिपुर के अपने चार दिवसीय दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को सभी संबंधितों पक्षों से अपील की थी कि वे अपने हथियार सुरक्षाबलों और प्रशासन को सौंप दें.

शाह ने यह भी चेतावनी दी थी कि राज्य में जल्द ही तलाशी अभियान चलाया जाएगा और किसी के पास कोई हथियार पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि इंफाल में गृह मंत्री की अपील के बाद शुक्रवार सुबह तक 140 से अधिक हथियार सौंपे जा चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक मणिपुर में ज्यादातर जिलों में स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण है और उपद्रवियों द्वारा खाली घरों में गोलियां चलाने या आग लगाने की छिटपुट घटनाएं अब दुर्लभ होती जा रही हैं क्योंकि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं.

सौंपे गए हथियारों में सेल्फ-लोडिंग राइफलें, कार्बाइन, एके और इंसास राइफलें, लाइट मशीन गन, पिस्तौल, एम-16 राइफल, स्मोक गन/आंसू गैस, स्टेन गन और ग्रेनेड लॉन्चर शामिल हैं. तीन मई को मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद गृह मंत्री ने पहली बार पूर्वोत्तर राज्य का दौरा किया है. मणिपुर में 'जनजातीय एकता मार्च' के बाद जातीय हिंसा भड़क उठी थी. अनुसूचित जाति (एसटी) के दर्जे की मांग को लेकर मेइती समुदाय ने तीन मई को प्रदर्शन किया था जिसके बाद 'जनजातीय एकता मार्च' का आयोजन किया गया था.

मणिपुर करीब एक महीने से जातीय हिंसा से प्रभावित है और राज्य में इस दौरान झड़पों में इजाफा देखा गया है. कुछ सप्ताह की खामोशी के बाद पिछले रविवार को सुरक्षा बलों एवं उग्रवादियों के बीच गोलीबारी भी हुई. अधिकारियों ने बताया कि संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है. सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार सुबह तक सामुदायिक हॉल सहित 272 राहत शिविरों में करीब 37,450 लोग रह रहे हैं.

ये भी पढ़ें

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 2, 2023, 6:35 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details