नई दिल्ली : आज भारत के पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री (First Education Minister) मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती है. इस दिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day 2021) मनाया जाता है. वे स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और प्रख्यात शिक्षाविद् थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों आचार्य कृपलानी और मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. कृपलानी को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश की आजादी के आंदोलन की अगुवाई करने वालों में वह शुमार थे.
मोदी ने कहा, देश को लेकर उनकी एक दूरदृष्टि थी और एक सांसद होने के नाते उन्होंने इसे पूरा करने की कोशिश की. पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सशक्तीकरण की दिशा में उन्होंने बड़ा योगदान दिया. उनकी जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं.
कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके कृपलानी की गिनती समाजवादी पुरोधा के रूप में भी होती है.
एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने आजाद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, वह एक महान चिंतक और विद्वान थे. स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका प्रेरित करने वाली है. वह शिक्षा के क्षेत्र को लेकर बेहद गंभीर थे और उन्होंने समाज में भाईचारे को मजबूत करने के लिए काम किया.
उपराष्ट्रपति ने भी दी श्रद्धांजलि
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में अमूल्य योगदान देने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
उपराष्ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, राष्ट्रवादी स्वाधीनता सेनानी, विचारक और शिक्षाविद् मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर उनकी स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं. कठिन समय में राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.