डेट्रॉइट (अमेरिका) : डॉक्टर लैरी नासर के यौन हिंसा की शिकार 13 पीड़िताओं ने एफबीआई से तेरह करोड़ डॉलर के हर्जाने की मांग की है. उनका आरोप है कि एफबीआई के एजेंटों की ढूलमुल जांच की वजह से खेल चिकित्सक ने उनके साथ और अधिक दुर्व्यवहार किया. जुलाई 2015 के बाद हुए घटनाओं के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है. न्याय विभाग के महानिरीक्षक ने स्वीकार किया कि यदि एफबीआई ने 2015 में डॉ नासर के खिलाफ जांच में त्रुटियां नहीं की होती तो उनके अपराध पर अंकुश लग सकता था. डॉ नासर मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स डॉक्टर होने के साथ-साथ यूएसए जिमनास्टिक्स में भी डॉक्टर थे. वह पदक विजेता ओलंपिक जिमनास्ट सहित महिला एथलीटों के यौन उत्पीड़न करने के आरोप में जेल की सजा काट रहा है.
वकील जेमी व्हाइट ने कहा कि डॉक्टर नासर पर सीरियल रेपिस्ट के आरोप थे परंतु एफबीआई उन्हें ओलंपिक अमेरिकी डॉक्टर मानता रहा. जिसके पास युवतियों तक आने जाने की खुली छुट थी. नासर ने 17 महीनों तक अपने आतंक का शासन जारी रखा. इंडियानापोलिस स्थित यूएसए जिमनास्टिक्स ने 2015 में स्थानीय एफबीआई एजेंटों को बताया कि तीन जिमनास्टों का आरोप है कि डॉ नासर ने उनका उत्पीड़न किया था. लेकिन महानिरीक्षक की रिपोर्ट के बाद भी एफबीआई ने मिशिगन में औपचारिक जांच शुरू नहीं की. यहां तक कि उन्होंने संघीय या राज्य के अधिकारियों को भी सूचित करना उचित नहीं समझा. 2016 में लॉस एंजिल्स एफबीआई एजेंटों ने डॉ नासर के खिलाफ सेक्स टूरिस्म की जांच शुरू की और कई पीड़ितों से पूछताछ भी की थी परंतु मिशिगन के अधिकारियों को अलर्ट नहीं किया. 2015 की गर्मियों के बाद किसी पर हमला नहीं किया जाना चाहिए था परंतु एफबीआई ने अपने कर्तव्य का निर्वाहन नहीं किया. द आर्मी ऑफ सर्वाइवर्स नामक एक समूह के संस्थापक ग्रेस फ्रेंच ने कहा कि एफबीआई ऐसे हमले को रोक सकती थी यह जानकर मुझे घृणा हो रही है.
वकील व्हाइट अभी तक एफबीआई पर मुकदमा नहीं कर रहा है. संघीय कानून या टॉर्ट के तहत एक सरकारी एजेंसी के द्वारा क्लेम दायर किया जाना चाहिए. जिसमें जवाब देने के लिए छह माह का समय होता है. एफबीआई के बयान के आधार पर मुकदमा चल सकता है. हालांकि एफबीआई ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कांग्रेस के निदेशक क्रिस्टोफर रे की टिप्पणी का उल्लेख किया कि कैसे मामले को खराब तरीके से हैंडल किया गया. पीडितों से बातचीत में रे ने खेद जताते हुए कहा कि इतने सारे लोगों ने आपको बार-बार निराश किया. विशेष रूप से खेद है कि एफबीआई में ऐसे लोग थे जो 2015 में इस राक्षस को पकड़ने में असफल रहे और यह अक्षम्य अपराध है.