मोरीगांव/बारपेटा/गुवाहाटी: बांग्लादेश स्थित आतंकवादी समूह अंसारुल इस्लाम से जुड़े 12 कथित जिहादियों को असम के दो जिलों से गिरफ्तार किया गया है. मोरीगांव जिले से सात अन्य लोगों को भी इसी संगठन के संपर्क सूत्र होने के संदेह में पकड़ा गया. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में ‘राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान’ में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया.
पुलिस अधीक्षक अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 12 संदिग्ध जिहादियों में से 10 को बारपेटा जिले के जानिया इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को गुवाहाटी से हिरासत में लिया गया. मोरीगांव जिला पुलिस प्रमुख अपर्णा नटराजन ने कहा कि मोइराबाड़ी थाने के सोरुचोला गांव में एक निजी मदरसा चलाने वाले एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया मुफ्ती मुस्तफा, अंसारुल इस्लाम से जुड़े विभिन्न वित्तीय लेनदेन और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल था. अंसारुल इस्लाम , भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) से संबद्ध संगठन है. सात अन्य लोग, जिन्हें पुलिस ने अंसारुल इस्लाम से जुड़े होने के संदेह में गिरफ्तार किया है, सभी गांव के एक अन्य मदरसे के शिक्षक हैं। 2019 के बाद से, मुस्तफा ने अंसारुल इस्लाम के सदस्यों अमीरुद्दीन अंसारी और मामून राशिद के साथ कई वित्तीय लेनदेन किए थे, जिन्हें कुछ महीने पहले क्रमशः कोलकाता और बारपेटा में गिरफ्तार किया गया था.
नटराजन ने बताया कि मुस्तफा के बैंक खातों को जब्त कर लिया गया है और खातों के लेन-देन का विश्लेषण किया जा रहा है. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि उसने मदरसे में अन्य देश के एक 'वांछित व्यक्ति' को भी शरण दी थी जो भागने में कामयाब हो गया था. गिरफ्तारियां बुधवार से की गई हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि यह एक 'राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित अभियान' था जिसमें राज्य में दो बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था.