मैसूर :कर्नाटक के एक गांव के 12 परिवारों का न्याय की मांग करने पर सामाजिक बहिष्कार किए जाने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं इनमें से एक परिवार के द्वारा विवाह समारोह में भाग लेने पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
मैसूर के टी नरसीपुरा तालुक के मूगुरु गांव में अपनी जमीन पर अनाधिकृत निर्माण के बारे में सवाल करने पर 12 परिवारों के सामाजिक बहिष्कार का फरमान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि इन परिवारों से किसी को भी बात नहीं करनी चाहिए और न ही इन परिवारों को किसी भी अवसर या समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा इन परिवारवालों को कोई भी सहायता नहीं दी जा सकती है.
इसीक्रम में एक परिवार के द्वारा बहिष्कार के बाद भी विवाह समारोह में भाग लिया. फलस्वरूप उस परिवार पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. इस पूरे मामले को लेकर राघवेंद्र सहित अन्य कई लोगों ने मीडिया के सामने आवाज उठाई है. मामले को लेकर इन परिवारों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इन्होंने न्याय दिए जाने के साथ ही सामाजिक बहिष्कार से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया है.
बताया जाता है बहिष्कृत परिवार के कुछ लोग जब मीडिया के पास पहुंचे तो एक समुदाय के लोगों ने उनके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं राघवेंद्र और उनके रिश्तेदार पर पत्थरों से हमला किया गया. इस वजह से घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं आरोप है कि मूगुरु गांव में बसवराजू, नागेंद्र, मूर्ति और शंकर के साथियों के साथ भी मारपीट की गई.
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