नई दिल्ली : कक्षा 10वीं और 12वीं के 1,152 छात्र जिन्हें निजी/कम्पार्टमेंट परीक्षा देनी है, उन्होंने इस कम्पार्टमेंट परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है. छात्रों ने इन परीक्षाओं का मूल्यांकन नियमित छात्रों की परीक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फार्मूले के आधार पर ही किए जाने की मांग की है.
सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने पहले ही शीर्ष अदालत के समक्ष वो फार्मूला प्रस्तुत कर चुके हैं जिसके तहत बच्चों की परीक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा. इस फार्मूले पर याचिकाकर्ता और अदालत को कोई आपत्ति भी नहीं थी.
जिन छात्रों को अपना साल रिपीट करना है, उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाया है कि उनके साथ भी समान व्यवहार किया जाए और उनका रिजल्ट भी समयबद्ध तरीके से प्रकाशित किया जाए. छात्रों ने कहा कि यदि वे अपने परिणामों से संतुष्ट नहीं हैं, तो सीबीएसई को उनकी शिकायतों का समाधान करना चाहिए.
छात्रों ने अपनी याचिका में तर्क दिया कि देश में मौजूद कोविड 19 महामारी की स्थिति के कारण निजी/कम्पार्टमेंट उम्मीदवारों की फिजिकल मोड में आयोजित करना उचित नहीं है, क्योंकि यह उनके जीवन को खतरे में डालेगा.