दरभंगा:बिहार के दरभंगा से दिल को छू लेने वाली एक कहानी सामने आई है. अपनी मां की परेशानी को देखते हुए एक छोटी सी बच्ची दुकान पहुंच गई. उसने अपनी मां के लिए एक मिक्सी पसंद की, जिसकी कीमत 4100 रुपये थी. बच्ची ने दुकानदार के सामने अपनी गुल्लक तोड़ी और सारे पैसे वहां रख दिए. उसकी गुल्लक से 1800 रुपये निकले थे. अब जितने पैसे उसकी गुल्लक से निकले वो मिक्सी के लिए कम थे. लेकिन मां के लिए बच्ची का प्यार देख दुकानदार का दिल पिघल गया और कम पैसे में ही मिक्सी बच्ची को दे दी.
धनतेरस पर 'लाडली' ने मां के लिए खरीदी मिक्सी : दरभंगा जिले के नगर थाना क्षेत्र के महराजी पुल के पास राम चौक की रहने वाली लाडली कुमारी (11 वर्षीय) अपनी मां को सिलबट्टे पर मसाला पिसते देखती थी. आसपास के सभी लोग मिक्सी का इस्तेमाल करते थे. जिसे देखकर लाडली अपनी पॉकेट मनी जमा करने लगी. शुक्रवार को जब धनतेरस था, तो इस मौके पर लाडली मां के लिए मिक्सी खरीदने दुकान पर पहुंच गई.
मां को सिलबट्टे पर मसाला पीसते रोज देखती थीं :लाडली जब दुकान पर पहुंची तो उसके हाथ में एक गुल्लक थी. बच्ची ने सबसे पहले अपनी मां के लिए एक मिक्सी पसंद की. उसके बाद गुल्लक को तोड़ा तो उसमें से अठारह सौ रुपये निकले. लेकिन दुकानदार ने मिक्सी की कीमत 4100 रुपये बताई थी. जिसके बाद बच्ची निराश हो गई. क्योंकि जो मिक्सी लाडली ने अपनी मां के लिए पसंद की थी उसकी कीमत गुल्लक के पैसों से ज्यादा थी. हालांकि जब दुकानदार ने लाडली का उसकी मां के लिए अटूट प्यार दिखा तो उसने कीमत की परवाह किए बगैर बच्ची को 1800 रुपये में मिक्सी दे दी.
दुकानदार ने 4100 की मिक्सी 1800 में दे दी : जब लाडली से पूछा गया कि खेलने-कूदने की उम्र में तुम मिक्सी क्यो खरीद रही हो? तो उसका जबाब सुनकर वहां पर मौजूद सभी लोग उसकी तरफ देखने लगे. लाडली ने बताया, "मेरी मम्मी के पास मिक्सी नहीं थी. मम्मी सिलबट्टे पर मसाला पिसती थीं, लेकिन मेरे दोस्तों की मां मिक्सी में मसाला पिसती थीं. जिसे देखकर मुझे अच्छा नहीं लगता था. यही वजह थी कि मैं मां के लिए मिक्सी खरीदने का मन बनाया था.''
''पापा मुझे अक्सर जेब खर्च के लिए पैसे देते थे. इसमें से कुछ पैसे गुल्लक में जमा करती थी. आज धनतेरस दिन मैं अपनी मम्मी के लिए मिक्सी गिफ्ट करना चाहती थी. इसलिए मैं 18 सौ रुपये लेकर मिक्सी खरीदने आई हूं. मेरे पास कम पैसे थे, लेकिन मुझे मिक्सी मिल गई." - लाडली कुमारी